बेंगलुरू सेंट्रल जेल में मोबाइल फोन का विवाद: आईएसआईएस और सीरियल रेपिस्ट की वीडियो वायरल

बेंगलुरू की सेंट्रल जेल में मोबाइल फोन का उपयोग करने वाले कैदियों का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें आईएसआईएस के आतंकवादी और सीरियल रेपिस्ट शामिल हैं। इस घटना ने जेल प्रशासन की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जानिए इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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बेंगलुरू सेंट्रल जेल में मोबाइल फोन का विवाद: आईएसआईएस और सीरियल रेपिस्ट की वीडियो वायरल

बेंगलुरू जेल में सुरक्षा चूक का मामला

बेंगलुरू की सेंट्रल जेल एक बार फिर विवादों में आ गई है। यहां के कैदियों की जीवनशैली पर सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में एक वीडियो में आईएसआईएस के एक आतंकवादी को मोबाइल फोन पर बातचीत करते हुए देखा गया। इस घटना के बाद प्रशासन ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए छह वीडियो में आईएसआईएस के हैंडलर जुहाद हामिद शकील मन्ना और सीरियल रेपिस्ट उमेश रेड्डी जैसे खतरनाक कैदी मोबाइल पर बातें करते, टीवी देखते और अन्य सुविधाओं का आनंद लेते नजर आ रहे हैं।


इन वीडियो में से तीन 2023 के बताए जा रहे हैं, जबकि अन्य हाल के हैं। इस सुरक्षा चूक ने जेल प्रशासन की विश्वसनीयता को चुनौती दी है और राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मामले की गहन जांच का आदेश दिया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वीडियो में जुहाद हामिद शकील मन्ना को स्मार्टफोन और साधारण हैंडसेट पर बात करते हुए देखा गया है। वह अन्य कैदियों के साथ बैरक में आराम से बैठा है। मन्ना पर आईएस के लिए भर्ती कराने और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी कैदी का मोबाइल का उपयोग करना गंभीर खतरा है, क्योंकि इससे वह अन्य कैदियों को कट्टर बना सकता है या प्रतिबंधित संगठनों के हैंडलर्स से संपर्क कर सकता है.


लश्कर के संदिग्धों की भी गतिविधियाँ

इसी तरह, लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य आतंकवादी संगठनों के संदिग्ध सदस्यों को भी स्मार्टफोन पर बात करते हुए देखा गया है। एक अन्य वीडियो में सीरियल रेपिस्ट उमेश रेड्डी टीवी के पास बैठकर किसी से स्मार्टफोन पर बात करता नजर आता है। रेड्डी पर 1996 से 2022 के बीच 20 महिलाओं के बलात्कार और 18 हत्याओं के मामले दर्ज हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 2022 में उसकी फांसी की सजा को 30 साल की सश्रम कारावास में बदल दिया था। वीडियो में वह दो एंड्रॉयड फोन और एक कीपैड मोबाइल का उपयोग करता दिख रहा है, जो जेल स्टाफ की मिलीभगत का संकेत देता है।


सूत्रों के अनुसार, जेल अधिकारी इन गतिविधियों से अवगत थे। इसके अलावा, गोल्ड स्मगलिंग केस की आरोपी रन्या राव के दोस्त तरुण राजू को भी इस साल रिकॉर्ड किए गए वीडियो में मोबाइल फोन का उपयोग करते और जेल में खाना बनाते देखा गया। रन्या राव एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की बेटी है। उस पर परिवार के प्रभाव का इस्तेमाल कर अवैध कामों में मदद करने के आरोप हैं। हाल ही में यह जेल सुर्खियों में तब आई थी जब सैंडलवुड एक्टर दर्शन थूगुदीपा को लॉन पर मोबाइल का उपयोग करते, चाय पीते और सिगरेट पीते देखा गया।


स्थानीय निवासियों की शिकायतें

स्थानीय निवासियों ने शिकायत की है कि जेल के आसपास लगे नेटवर्क जैमर उनकी मोबाइल सिग्नल को बाधित कर रहे हैं, लेकिन कैदी बिना किसी रुकावट के फोन का उपयोग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शनिवार को कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं थी, लेकिन वह रिपोर्ट मंगवाएंगे और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। एडीजीपी (जेल) बी. दयानंदा ने जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें फोन मुहैया कराने वालों, शामिल अधिकारियों की भूमिका और वीडियो लीक करने वालों की पहचान की जाएगी। एडीजीपी (जेल) पीवी आनंद रेड्डी ने जेल का दौरा किया और कैदियों व स्टाफ से पूछताछ की। प्रारंभिक जांच में वीडियो 2023 और 2025 के पाए गए।