बेंगलुरू में बाढ़ रोकने के लिए उपमुख्यमंत्री का सख्त कदम
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने बेंगलुरू में बाढ़ की समस्या को हल करने के लिए नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे उन इमारतों को ध्वस्त करें जो वर्षा जल के प्रवाह में बाधा डाल रही हैं। उन्होंने कहा कि यह कदम आवश्यक है ताकि बाढ़ की स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। शिवकुमार ने भूमि मालिकों से सहयोग की अपील की और मुआवज़ा देने का आश्वासन भी दिया। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया।
May 29, 2025, 16:52 IST
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बेंगलुरू में बाढ़ की समस्या का समाधान
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने गुरुवार को बेंगलुरू के नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे उन इमारतों को ध्वस्त करें जो वर्षा जल के स्वाभाविक प्रवाह में रुकावट डाल रही हैं और बाढ़ का कारण बन रही हैं। शिवकुमार, जो बेंगलुरू विकास विभाग के प्रभारी हैं, ने कहा कि मुख्यमंत्री और उन्होंने पहले ही बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है। यह स्थान एक महत्वपूर्ण जंक्शन है, जहां से समस्या शुरू हुई और धीरे-धीरे अन्य क्षेत्रों में फैल गई। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ व्यक्तियों ने अदालत से स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया है, जिससे नगर निगम के अधिकारी इन क्षेत्रों में बाढ़ को कम करने में सहयोग नहीं कर पा रहे हैं।
इसलिए, मैंने अधिकारियों को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत उन इमारतों को हटाने का आदेश दिया है जो समस्या उत्पन्न कर रही हैं। शिवकुमार ने स्पष्ट किया कि सरकार का किसी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का इरादा नहीं है, लेकिन यह आवश्यक है कि वर्षा जल का प्रवाह सुचारू रूप से हो और इससे किसी को असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि हम किसी की संपत्ति छीनकर उन्हें परेशानी में नहीं डालना चाहते हैं। मैं स्वयं उन स्थानों का दौरा कर रहा हूं ताकि स्थिति की पुष्टि कर सकूं। सभी ने काम जारी रखने की अनुमति देने पर सहमति जताई है, लेकिन स्थायी समाधान खोजना आवश्यक है। हम बेंगलुरू की प्रतिष्ठा को नुकसान नहीं पहुंचा सकते।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने भूमि मालिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि यदि तकनीकी कारणों से कोई गलती हुई है, तो हम मुआवज़ा प्रदान करेंगे। हमें इस समस्या का स्थायी समाधान चाहिए। सभी सहमत हैं, और हम अपने कार्य को जारी रखेंगे।