बेंगलुरू में RCB की जीत के बाद भगदड़: राजनीतिक विवाद और गिरफ्तारी
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की आईपीएल जीत के बाद बेंगलुरू में हुई भगदड़ ने खुशी के साथ-साथ राजनीतिक विवाद को भी जन्म दिया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच तनाव बढ़ गया है। इस घटना के बाद RCB के मार्केटिंग प्रमुख समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हाई कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगाई है और राज्य सरकार ने जांच जारी रखने की अनुमति मांगी है। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी और राजनीतिक ramifications।
Jun 7, 2025, 14:12 IST
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बेंगलुरू में RCB की जीत के बाद का दृश्य
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की जीत के बाद बेंगलुरू में जो भगदड़ हुई, उसने खुशी और दुख का मिश्रण उत्पन्न कर दिया है। एक ओर, बेंगलुरू और कर्नाटक के लोग इस बात से खुश हैं कि 18 वर्षों के बाद उन्हें आईपीएल में पहली बार जीत मिली है। दूसरी ओर, इस जश्न के दौरान हुई घटना ने कर्नाटक की राजनीति में तनाव को उजागर कर दिया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। श्रेय लेने की होड़ और अव्यवस्था ने सवाल उठाए हैं कि इस घटना का दोष किस पर डाला जाएगा।
मार्केटिंग हेड की गिरफ्तारी
RCB के मार्केटिंग प्रमुख को न्यायिक हिरासत में भेजा गया
कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों, RCB के सदस्यों और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी DNA एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। RCB के मार्केटिंग और राजस्व प्रमुख निखिल सोसले सहित चार व्यक्तियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। निखिल को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह दुबई जाने के लिए बेंगलुरू एयरपोर्ट पर थे। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए कर्नाटक हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
हाई कोर्ट का आदेश
हाई कोर्ट ने कार्रवाई पर रोक लगाई
सोसले ने अपनी याचिका में गिरफ्तारी को अवैध और मनमाना बताया है। उनका कहना है कि गिरफ्तारी उस समय की गई जब कोई जांच भी शुरू नहीं हुई थी। कोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई करने का आश्वासन दिया है। राज्य सरकार ने कहा कि निखिल को दुबई भागने के प्रयास के दौरान एयरपोर्ट पर पकड़ा गया। हाई कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिया है कि वे कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के अधिकारियों के खिलाफ अगले आदेश तक कोई कार्रवाई न करें। राज्य सरकार ने स्पष्ट किया कि किसी की गिरफ्तारी की तत्काल योजना नहीं है और जांच जारी रहेगी।
जश्न की अनुमति और जिम्मेदारी
क्रिकेट संघ ने जश्न मनाने की अनुमति मांगी थी
कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) ने विधानसभा में जीत का जश्न मनाने के लिए राज्य सरकार से अनुमति मांगी थी। 3 जून को भेजे गए पत्र में KSCA ने कहा था कि आयोजन की जिम्मेदारी DNA एंटरटेनमेंट को दी जाएगी। समारोह विधानसभा में शांतिपूर्वक संपन्न हुआ, लेकिन स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई। इसके बाद RCB, DNA और KSCA के खिलाफ FIR दर्ज की गई। KSCA ने हाई कोर्ट में कहा कि भीड़ नियंत्रण उनकी जिम्मेदारी नहीं थी।