बेंगलुरू अदालत ने पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को बलात्कार के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई

बेंगलुरू की अदालत ने पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को एक घरेलू सहायिका के साथ बलात्कार करने के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई है। इस मामले में 11 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है, जो पीड़िता को मुआवजे के रूप में दिया जाएगा। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब चुनाव से पहले अश्लील वीडियो वाली पेन ड्राइव का वितरण किया गया। अदालत ने मामले की सुनवाई में तेजी दिखाई और 14 महीने के भीतर फैसला सुनाया। जानें इस मामले की पूरी टाइमलाइन और अन्य महत्वपूर्ण विवरण।
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बेंगलुरू अदालत ने पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को बलात्कार के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई

महिला के साथ बलात्कार का मामला

एक गंभीर घटना में, कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने पेन ड्राइव फेंककर एक देश की इतिहास में सबसे बड़ा स्कैंडल उत्पन्न किया। जब लोगों ने पेन ड्राइव का उपयोग किया, तो उनके चेहरे पर डर साफ नजर आया। इन पेन ड्राइव में कई वीडियो थे, जिनमें महिलाएं मदद की गुहार लगा रही थीं। एक 60 से 65 वर्षीय महिला की चीखें सुनाई दे रही थीं, जबकि एक व्यक्ति उसके साथ बर्बरता कर रहा था। इस घटना के लगभग एक साल बाद, बेंगलुरू की अदालत ने एक महत्वपूर्ण निर्णय सुनाया है। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और पूर्व जेडी(एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना को कर्नाटक के मैसूर में एक घरेलू सहायिका के साथ बलात्कार करने और उसका वीडियो बनाने के आरोप में आजीवन कारावास और 11 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।


जुर्माने का विवरण

11 लाख रुपये का जुर्माना बलात्कार पीड़िता को मुआवजे के रूप में दिया जाएगा। मामला दर्ज होने के केवल 14 महीने बाद ही अदालत ने अपना फैसला सुनाया, जो कि एक उल्लेखनीय गति से हुआ। आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के साइबर अपराध थाने में दर्ज मामले में रेवन्ना पर महिला के साथ दो बार बलात्कार करने और इस कृत्य को रिकॉर्ड करने का आरोप लगाया गया था। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब चुनाव से पहले रेवन्ना द्वारा फिल्माए गए अश्लील वीडियो वाली पेन ड्राइव का वितरण किया गया। हालांकि, रेवन्ना ने दावा किया कि वीडियो में छेड़छाड़ की गई थी और उन्होंने इस संबंध में शिकायत भी दर्ज कराई थी। मुकदमा 31 दिसंबर, 2024 को शुरू हुआ। अदालत ने अगले सात महीनों में 23 गवाहों से पूछताछ की और वीडियो क्लिप की फोरेंसिक रिपोर्टों की भी समीक्षा की।


मामले की समयरेखा

केस की पूरी टाइमलाइन


21 अप्रैल 2024: हासन में कुछ पेन ड्राइव वितरित की गईं, जिनमें कथित तौर पर अश्लील वीडियो क्लिप्स थीं। ये वीडियो प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े होने की बात कही गई।


22 अप्रैल 2024: इन पेन ड्राइव से कुछ वीडियो मोबाइल और व्हाट्सएप पर शेयर होने लगे, जिसमें प्रज्वल रेवन्ना कई महिलाओं के साथ आपत्तिजनक स्थिति में नजर आ रहे थे।


23 अप्रैल 2024: एक महिला ने हासन सेंट्रल ईएन पुलिस स्टेशन में प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।


26 अप्रैल 2024: प्रज्वल रेवन्ना ने लोकसभा चुनाव में मतदान किया।


27 अप्रैल 2024: प्रज्वल रेवन्ना जर्मनी भाग गया, जबकि कर्नाटक सरकार ने एक एसआईटी का गठन किया।


30 अप्रैल 2024: एसआईटी ने प्रज्वल को नोटिस भेजा और 24 घंटे के भीतर पेश होने का निर्देश दिया।


7 मई 2024: सीआईडी साइबर थाने में एक जेडीएस महिला कार्यकर्ता ने बलात्कार का केस दर्ज कराया।


8 मई 2024: स्थानीय अदालत ने प्रज्वल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया।


31 मई 2024: प्रज्वल भारत लौटा और बेंगलुरु एयरपोर्ट पर SIT ने उसे गिरफ्तार कर लिया।


जून 2024: एक तीसरी महिला ने भी SIT के सामने बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई।


31 दिसंबर 2024: प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ मुकदमे की औपचारिक शुरुआत हुई।


1 अगस्त 2025: लगभग 7 महीने लंबी सुनवाई के बाद कोर्ट ने प्रज्वल रेवन्ना को बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया।


2 अगस्त 2025: प्रज्वल रेवन्ना को उम्रकैद की सजा और ₹11 लाख का जुर्माना लगाया गया।