बेंगलुरु में योग गुरु की गिरफ्तारी, नाबालिग और महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप

योग गुरु की गिरफ्तारी
कर्नाटका पुलिस ने बेंगलुरु पश्चिम में एक योग गुरु को नाबालिग लड़के और कई महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया है। राजराजेश्वरी नगर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की है। आरोपी की पहचान निरंजन मूर्ति के रूप में हुई है, जो कर्नाटका योगासन खेल संघ (K.Y.S.A) के सचिव हैं।
आरोपों की गंभीरता
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 69 और 75(2) तथा बच्चों के यौन अपराधों से संरक्षण अधिनियम (POCSO) की धारा 12 के तहत मामला दर्ज किया है। यह घटनाएँ 1 जनवरी 2023 से 30 अगस्त 2025 के बीच हुईं, जो कि RR नगर के सनशाइन इंस्टीट्यूट में घटित हुईं।
शिकायतकर्ता का बयान
FIR के अनुसार, शिकायतकर्ता ने 2019 से मूर्ति को जाना और 2021 में उनके द्वारा आयोजित योग प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया। 2023 में, 17 वर्ष की आयु में, शिकायतकर्ता मूर्ति के साथ थाईलैंड गया, जहां आरोपी ने पहली बार यौन उत्पीड़न किया, जिसके बाद शिकायतकर्ता ने प्रतियोगिताओं में भाग लेना बंद कर दिया।
निरंतर उत्पीड़न
हालांकि, 2024 में शिकायतकर्ता ने फिर से मूर्ति द्वारा चलाए जा रहे सनशाइन इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया, जहां उन्हें लगातार उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। शिकायत में बताया गया है कि अगस्त 2025 में मूर्ति ने शिकायतकर्ता के साथ शारीरिक संपर्क किया, यह वादा करते हुए कि उन्हें राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में पदक और स्थान मिलेगा। 22 अगस्त को फिर से शारीरिक संपर्क का प्रयास किया गया। शिकायत 30 अगस्त 2025 को रात 10 बजे दर्ज की गई। पुलिस उप-निरीक्षक श्रीकांत पम्मार मामले की जांच कर रहे हैं।
गिरफ्तारी का कारण
यह गिरफ्तारी योग प्रशिक्षण और प्रतियोगिता के अवसरों के बहाने शोषण के आरोपों के बाद की गई है। अधिकारियों ने शिकायतकर्ता की पहचान को गोपनीय रखा है ताकि उनकी प्राइवेसी की रक्षा की जा सके।
अन्य घटनाएँ
इससे पहले, बेंगलुरु के हलासुर पुलिस स्टेशन ने 28 जून 2025 को हुई दो अलग-अलग वंदलिज्म मामलों में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया था।