बेंगलुरु में मुस्लिम युवक पर हमला, 'जय श्री राम' का नारा लगाने से किया इनकार

घटना का विवरण
उत्तर बेंगलुरु में एक मुस्लिम युवक पर कथित तौर पर एक समूह ने हमला किया, जब उसने 'जय श्री राम' कहने से इनकार किया। यह घटना 22 जून को हुई, जब पीड़ित वसीम, जो एक मैकेनिक हैं, और उनके दोस्त जामीर अपने एक मित्र से मिलने जा रहे थे। इस मामले में एक प्राथमिक सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की गई है। उन्हें साम्पिगेहली क्षेत्र में एक grove के पास, जब वे शौच के लिए रुके थे, तब 4:30 से 5:30 बजे के बीच भीड़ ने उन पर हमला किया। उस समय, पांच से छह अज्ञात व्यक्तियों ने उनका सामना किया।
पीड़ित का बयान
35 वर्षीय ऑटो रिक्शा चालक वसीम और जामीर ने बताया कि हमलावरों ने उन पर गाली-गलौज की और शारीरिक रूप से हमला किया। जामीर भागने में सफल रहे, लेकिन वसीम को कथित तौर पर डंडों से पीटा गया। दर्द में वसीम ने 'अल्लाह' कहा, जिससे हमलावरों ने उन्हें धमकी दी और 'जय श्री राम' कहने के लिए मजबूर किया। इसके बाद वे पुलिस स्टेशन पहुंचे और औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई
शिकायत दर्ज करने के बाद, पुलिस ने वसीम को मेडिकल जांच के लिए भेजा। हालांकि, वसीम ने दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया क्योंकि वे चाहते थे कि हमले का असली कारण FIR में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाए। उन्होंने दावा किया कि जब इस मुद्दे को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के ध्यान में लाया गया, तो उन्होंने भी हमले के असली मकसद को शामिल करने का निर्णय नहीं लिया।
कानूनी कार्रवाई
इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें गलत रोकथाम, जानबूझकर चोट पहुंचाना, खतरनाक हथियारों से गंभीर चोट पहुंचाना, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से किए गए दुर्भावनापूर्ण कार्य, शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान, आपराधिक धमकी, और किसी को ऐसा करने के लिए मजबूर करना शामिल है, जिसके लिए वे कानूनी रूप से बाध्य नहीं हैं।