बेंगलुरु में डॉक्टर की हत्या का रहस्य: पति गिरफ्तार

बेंगलुरु में डॉक्टर कृतिका की रहस्यमय मौत का खुलासा
बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में डॉक्टर कृतिका एम. रेड्डी की संदिग्ध मौत के मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस ने सोमवार को मृतका के पति, सर्जन डॉ. महेंद्र रेड्डी जी.एस. को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में यह सामने आया कि डॉ. महेंद्र ने अपनी पत्नी को प्रोपोफोल नामक शक्तिशाली एनेस्थेटिक दवा देकर उसकी हत्या की। अब इस हत्या के पीछे का असली कारण भी उजागर हो गया है। आइए, इस मामले की पूरी कहानी जानते हैं।
महेंद्र और 28 वर्षीय कृतिका की शादी पिछले साल मार्च में हुई थी। कृतिका भी एक डॉक्टर थीं और डर्मेटोलॉजिस्ट के रूप में काम कर रही थीं। इस साल अप्रैल में अचानक उनकी मृत्यु हो गई। वह गैस की बीमारी से ग्रस्त थीं और डॉ. महेंद्र ही उनका इलाज कर रहे थे। उस समय सभी को लगा कि उनकी बीमारी ही उनकी मौत का कारण बनी, लेकिन फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की रिपोर्ट ने इस मामले को पूरी तरह बदल दिया।
गैस की बीमारी से जूझ रही थीं कृतिका
वास्तव में, डॉ. महेंद्र ने छह महीने पहले अपनी पत्नी को उच्च डोज का एनेस्थीसिया देकर हत्या की थी। उन्होंने कृतिका की मौत को नैचुरल डेथ दिखाने के लिए एक साजिश रची थी। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने सच्चाई को उजागर कर दिया। रिपोर्ट में कृतिका के शरीर में एनेस्थीसिया के निशान पाए गए। कृतिका गैस की समस्या से लंबे समय से जूझ रही थीं, जिसका इलाज डॉ. महेंद्र कर रहे थे।
कृतिका की बीमारी से थे परेशान
ACP रमेश बनोथ ने बताया कि पति का कहना है कि कृतिका लंबे समय से बीमारी से पीड़ित थीं और वह उनका इलाज कर रहे थे। पुलिस के सूत्रों के अनुसार, महेंद्र कृतिका की बीमारी से तंग आ चुके थे। शादी के कुछ समय बाद ही उन्हें पता चला कि कृतिका कई स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त थीं। इस बात से वह नाराज थे कि कृतिका के परिवार ने यह जानकारी उनसे छिपाई थी। यही कारण बना कि महेंद्र ने कृतिका की जान ले ली।
डॉ. महेंद्र का आपराधिक इतिहास
पूछताछ के दौरान यह भी पता चला कि डॉ. महेंद्र का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से ही रहा है, जिसमें धोखाधड़ी और धमकी जैसे कई मामले शामिल हैं। अब इस मामले में पुलिस ने हत्या की धाराएं भी जोड़ी हैं। मृतका के पिता के अनुरोध पर इस केस की दोबारा जांच शुरू की गई थी।