बेंगलुरु में 384 करोड़ रुपये की साइबर धोखाधड़ी में एक व्यक्ति गिरफ्तार

कर्नाटक के बेंगलुरु में एक युवक को 384 करोड़ रुपये की साइबर धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग कर धोखाधड़ी की। शिकायत के अनुसार, कंपनी के वॉलेट को हैक कर बड़ी राशि चुराई गई। पुलिस ने आरोपी की पहचान कर उसे हिरासत में लिया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और आरोपी की भूमिका के बारे में।
 | 
बेंगलुरु में 384 करोड़ रुपये की साइबर धोखाधड़ी में एक व्यक्ति गिरफ्तार

साइबर धोखाधड़ी का मामला

कर्नाटक के बेंगलुरु में 28 वर्षीय एक युवक को 384 करोड़ रुपये की कथित साइबर धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बुधवार को इस मामले की जानकारी दी।


आरोपी ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करके धोखाधड़ी की।


पुलिस के अनुसार, नेब्लियो टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के उपाध्यक्ष हरदीप सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 19 जुलाई को एक अज्ञात व्यक्ति ने कंपनी के क्रिप्टो वॉलेट को हैक कर लिया और 4.4 करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 384 करोड़ रुपये) की क्रिप्टोकरेंसी को एक अज्ञात वॉलेट में स्थानांतरित कर दिया।


पुलिस ने बताया कि इसके बाद इन संपत्तियों को छह अन्य अज्ञात वॉलेट में ट्रांसफर किया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान कंपनी के कर्मचारी राहुल अग्रवाल के रूप में हुई है, जिसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।


प्राथमिकी में सिंह ने कहा कि कंपनी की आंतरिक जांच से पता चला कि अग्रवाल के लैपटॉप के साथ छेड़छाड़ की गई थी। पूछताछ के दौरान अग्रवाल ने यह स्वीकार किया कि वह पिछले एक साल से अंशकालिक नौकरी कर रहा था, जिससे उसने लगभग 15 लाख रुपये कमाए थे।


सिंह ने शिकायत में आरोप लगाया, 'संदेह है कि अग्रवाल ने अज्ञात आरोपियों के साथ मिलकर हैकिंग की योजना बनाई होगी।' शिकायत के आधार पर 22 जुलाई को व्हाइटफील्ड सीईएन पुलिस थाने में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।