बुलंदशहर में सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़

बुलंदशहर में एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जो सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी कर रहे थे। पुलिस ने छापेमारी में कई जाली दस्तावेज बरामद किए हैं। गिरोह के सरगना ने खुद को पुलिस का अधिकारी बताकर लोगों को धोखा दिया। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और ठगी के तरीके।
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बुलंदशहर में सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़

बुलंदशहर में ठगी का मामला

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक गिरोह के तीन सदस्यों को सरकारी नौकरी दिलाने के झांसे में लोगों को ठगने के आरोप में बुधवार को पहासू क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इस संबंध में जानकारी साझा की।


अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) शंकर प्रसाद ने बताया कि नीरज, सतीश और हिमांशु नामक ये ठग नौकरी चाहने वालों को धोखा देने के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र, पहचान पत्र और भर्ती से संबंधित सामग्री का सहारा लेते थे। वे खुद को असली दिखाने के लिए पुलिस और सेना की नकली वर्दी पहनते थे।


प्रसाद ने बताया कि एक मामले में, गजेंद्र सिंह नामक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दिलाने का वादा करके 15 लाख रुपये की ठगी की गई थी।


पुलिस ने छापेमारी के दौरान 20 आधार कार्ड, पहचान पत्र, नियुक्ति पत्र, बैंक पासबुक की फोटोकॉपी, 12 फर्जी पोस्टिंग ऑर्डर, चार चरित्र प्रमाण पत्र और अन्य जाली दस्तावेज बरामद किए हैं।


नीरज को गिरोह का सरगना बताया गया है, जो खुद को उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल का निरीक्षक बताता था। सतीश और हिमांशु उसके साथ मिलकर इस धोखाधड़ी को अंजाम देते थे।