बीयर की बोतलों से बना अनोखा मंदिर: एक अद्भुत निर्माण

बीयर की बोतलों से बना मंदिर

दुनिया में विभिन्न प्रकार के लोग और धर्म मौजूद हैं। कुछ लोग ईश्वर को मानते हैं, जबकि अन्य भगवान की पूजा करते हैं। हर धर्म के अनुयायी अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए विशेष स्थानों पर जाते हैं, जैसे मंदिर, गुरुद्वारे और मस्जिदें। आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे, जो अपने अनोखे निर्माण के लिए जाना जाता है। यह मंदिर बीयर की खाली बोतलों से बनाया गया है। यह सुनकर आपको अजीब लग सकता है, लेकिन यह सच है। इस मंदिर की दीवारें और फर्श पूरी तरह से बीयर की बोतलों से निर्मित हैं।

हमारी आदत होती है कि जब हमारे चारों ओर बेकार चीजें होती हैं, तो हम उनकी अहमियत नहीं समझते। लेकिन कभी-कभी ये बेकार चीजें हमारे लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकती हैं। यह मंदिर, जो बीयर की बोतलों से बना है, बौद्ध भिक्षुओं द्वारा किया गया एक अद्भुत प्रयोग है।
मंदिर के निर्माण का विचार कैसे आया?

इस मंदिर के निर्माण के पीछे की कहानी दिलचस्प है। कई साल पहले, एक कंपनी ने बेकार बोतलों से एक इमारत बनाने का सपना देखा था, लेकिन वे इसे पूरा नहीं कर पाए। जब यह विचार बौद्ध भिक्षुओं तक पहुंचा, तो उन्होंने इसे साकार करने का निर्णय लिया। Sisaket प्रांत के भिक्षुओं ने 10 लाख बीयर की बोतलें इकट्ठा करके "Wat Pa Maha Chedi Kaew" नामक इस मंदिर का निर्माण किया। इस मंदिर के बाथरूम से लेकर शमशान घाट तक की दीवारें और फर्श भी बीयर की बोतलों से बने हैं। यह कांच से बना मंदिर बौद्ध कला का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करता है।

इस बौद्ध मंदिर का डिज़ाइन और इसकी तस्वीरें देखने लायक हैं। इसे बनाने वालों ने साबित कर दिया है कि कोई भी चीज बेकार नहीं होती। भूरे और हरे रंग की बोतलों से बना यह मंदिर पर्यटकों के बीच काफी प्रसिद्ध है। इसके निर्माण में हीनेकेन और चैंग बीयर की बोतलों का उपयोग किया गया है। इस मंदिर के निर्माण में दो साल से अधिक का समय लगा। मंदिर के बीचों-बीच एक तालाब है, जिसमें मंदिर की छवि दिखाई देती है। यह दृश्य बेहद आकर्षक है और पर्यटकों की भीड़ हमेशा यहां देखने के लिए रहती है।