बीजेपी अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया में तेजी, उत्तर प्रदेश में फंसी स्थिति

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया में तेजी आई है, जिसमें विभिन्न राज्यों में संगठनात्मक चुनाव की तैयारी चल रही है। हालांकि, उत्तर प्रदेश में अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर स्थिति जटिल बनी हुई है। पार्टी ने कई राज्यों में वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है, और एक जुलाई को नए अध्यक्षों के नामों की घोषणा की जा सकती है। जानें इस राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में और अधिक जानकारी।
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बीजेपी अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया में तेजी, उत्तर प्रदेश में फंसी स्थिति

बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव की तैयारी

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया एक बार फिर से शुरू हो गई है। पिछले तीन दिनों से दिल्ली में नए अध्यक्ष के नाम को लेकर गहन चर्चा चल रही है। सोमवार को महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हिमाचल और तेलंगाना के नए प्रदेश अध्यक्षों के लिए नामांकन भरे जाएंगे, और एक जुलाई को इन नामों की घोषणा की जा सकती है। हालांकि, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष के मामले में स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है।


राज्यों में संगठनात्मक चुनाव की आवश्यकता

बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए 19 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव अनिवार्य हैं। पार्टी ने 14 राज्यों में अपने प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है, जबकि चार राज्यों में सोमवार को नामांकन भरे जाएंगे। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड सहित नौ राज्यों में नए अध्यक्षों के चयन के लिए बैठकें चल रही हैं।


नए प्रदेश अध्यक्षों के लिए वरिष्ठ नेताओं की नियुक्ति

बीजेपी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में संगठनात्मक चुनावों की निगरानी के लिए तीन वरिष्ठ नेताओं को नियुक्त किया है। पश्चिम बंगाल में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू और उत्तराखंड में केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा को जिम्मेदारी सौंपी गई है।


प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया

सोमवार को महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हिमाचल और तेलंगाना के नए प्रदेश अध्यक्षों के लिए नामांकन भरे जाएंगे। इसके बाद मंगलवार को इन चारों राज्यों में अध्यक्षों के नामों की घोषणा की जा सकती है। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार केंद्रीय मंत्री बन चुके हैं, इसलिए उनकी जगह नए चेहरे की तलाश की जा रही है।


बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव और संगठनात्मक चुनाव

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। उन्हें 2020 में पार्टी की बागडोर सौंपी गई थी। पार्टी के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तब तक नहीं हो सकता जब तक कि 50% से अधिक राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे न हो जाएं।


पीएम मोदी की विदेश यात्रा से पहले निर्णय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार से पांच देशों की यात्रा पर जा रहे हैं। इससे पहले पार्टी चाहती है कि राज्यों के अध्यक्षों के नाम पर अंतिम सहमति बन जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो अध्यक्ष का चुनाव बिहार विधानसभा चुनाव तक टल सकता है।


उत्तर प्रदेश में अध्यक्ष की नियुक्ति पर ध्यान

उत्तर प्रदेश में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति सबसे चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है। मौजूदा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, और नए चेहरे की तलाश जारी है। पार्टी की रणनीति ओबीसी या दलित चेहरे को अध्यक्ष बनाने की है, क्योंकि पिछले चुनावों में इन वर्गों का वोट बैंक प्रभावित हुआ है।