बीजू जनता दल ने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूरी बनाई

बीजू जनता दल (बीजद) ने 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने का निर्णय लिया है। पार्टी का कहना है कि उनका ध्यान ओडिशा के विकास और कल्याण पर है। इस चुनाव में भाजपा द्वारा समर्थित न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी और एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के बीच मुकाबला होगा। जानें इस चुनाव की प्रक्रिया और बीजद के पिछले समर्थन के बारे में।
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बीजू जनता दल ने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूरी बनाई

बीजद का उपराष्ट्रपति चुनाव में तटस्थ रहना

ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में बीजू जनता दल (बीजद) ने 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने का निर्णय लिया है। पार्टी के राज्यसभा सांसद सस्मित पात्रा ने इस बात की पुष्टि की है कि बीजद तटस्थ रहेगी और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए तथा भारत दोनों गठबंधनों से समान दूरी बनाए रखेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी का मुख्य ध्यान ओडिशा और उसके 4.5 करोड़ निवासियों के विकास और कल्याण पर केंद्रित है।


उपराष्ट्रपति चुनाव की जानकारी

सस्मित पात्रा ने बताया कि बीजद ने उपराष्ट्रपति चुनाव में भाग न लेने का निर्णय लिया है। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी द्वारा समर्थित न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी. सुदर्शन रेड्डी और एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के बीच सीधा मुकाबला होगा। बीजद के पास राज्यसभा में सात सदस्य हैं, जबकि लोकसभा में पार्टी का कोई प्रतिनिधि नहीं है। बीजद ने अतीत में कई बार एनडीए सरकार को संकट से उबारा है और 2022 के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनावों में उनके उम्मीदवारों का समर्थन किया है।


उपराष्ट्रपति पद का रिक्त होना

21 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था। उपराष्ट्रपति का चुनाव एक निर्वाचक मंडल के माध्यम से होता है, जिसमें संसद के दोनों सदनों के सांसद शामिल होते हैं। यह चुनाव संविधान के अनुच्छेद 64 और 68 के प्रावधानों के अनुसार होता है। चुनाव आयोग उपराष्ट्रपति चुनावों को राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनाव अधिनियम, 1952 के तहत अधिसूचित करता है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 66(1) के अनुसार, उपराष्ट्रपति का चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली द्वारा एकल संक्रमणीय मत के माध्यम से किया जाएगा, और मतदान गुप्त मतदान द्वारा होगा।