बीजापुर में नक्सल विरोधी अभियान: पांच माओवादियों के शव बरामद

बीजापुर के इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान में नक्सल विरोधी कार्रवाई
बीजापुर के इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान शनिवार को दो माओवादियों को मार गिराने की सूचना मिली है। यह अभियान तीसरे दिन भी जारी रहा, जिसमें सुरक्षा बलों ने घने जंगल में विद्रोहियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है।
मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों के शव बरामद
दो महिलाओं सहित पांच नक्सलियों के शव मिले
सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद दो महिलाओं समेत कुल पांच नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार, इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में चल रहे इस अभियान में पिछले चार दिनों में दो नक्सली नेताओं समेत कुल सात नक्सलियों को मारा गया है। सभी मारे गए नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
नक्सल विरोधी अभियान की जानकारी
अभियान की शुरुआत
अधिकारियों ने बताया कि चार जून से बीजापुर जिले के इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान में नक्सल विरोधी अभियान चल रहा है। इस अभियान में राज्य पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ), जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कोबरा बटालियन शामिल है।
पांच जून को सुरक्षाबलों ने माओवादी नेता सुधाकर उर्फ गौतम का शव बरामद किया, और इसके बाद छह जून को तेलंगाना स्टेट कमेटी के सदस्य भास्कर का शव मिला।
इनाम की राशि
सुधाकर और भास्कर पर इनाम
अधिकारियों ने बताया कि सुधाकर पर 40 लाख रुपये और भास्कर पर 45 लाख रुपये का इनाम था।
सुरक्षाबलों ने शुक्रवार और शनिवार की रात को हुई मुठभेड़ों में तीन अन्य माओवादियों के शव भी बरामद किए।
हथियारों की बरामदगी
हथियार और गोला-बारूद जब्त
सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से हथियारों और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा जब्त किया है, जिसमें दो एके-47 राइफल भी शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान कुछ सुरक्षाकर्मी सांप के काटने, मधुमक्खी के डंक, निर्जलीकरण और अन्य चोटों के कारण घायल हुए हैं।
उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है और सभी की स्थिति सामान्य है।
पिछले अभियानों की जानकारी
इससे पहले, सुरक्षाबलों ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू (70) को बस्तर क्षेत्र में मार गिराया था। बसवराजू को 21 मई को नारायणपुर-बीजापुर जिले की सीमा पर हुई मुठभेड़ में मारा गया था।