बीएसएफ जवानों के लिए रेलवे की नई ट्रेन: जर्जर हालत में पहले की ट्रेन रद्द

बीएसएफ की वीरता की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों की बहादुरी की प्रशंसा की है। बीएसएफ ने सेना के साथ मिलकर काम किया और जम्मू फ्रंटियर ने पाकिस्तान की 118 से अधिक चौकियों को नष्ट कर दिया। अमित शाह ने कहा कि दुश्मन की निगरानी प्रणाली को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया, जो कि उसे स्थापित करने में चार से पांच साल का समय लगा था।
बीएसएफ जवानों के लिए ट्रेन की जर्जर स्थिति
हाल ही में, भारतीय रेलवे ने बीएसएफ के जवानों के लिए एक ट्रेन की व्यवस्था की, लेकिन उसकी खराब स्थिति के कारण जवानों ने उसमें चढ़ने से मना कर दिया। ट्रेन की खिड़कियाँ, दरवाजे, और टॉयलेट सभी जर्जर थे। बीएसएफ जवानों के विरोध के बाद, रेलवे ने एक नई ट्रेन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया।
विशेष ट्रेन की व्यवस्था
बीएसएफ के गुवाहाटी फ्रंटियर ने एनएफ रेलवे से एक विशेष ट्रेन की मांग की थी, जिसमें लगभग 1200 जवानों को अमरनाथ यात्रा के लिए भेजा जाना था। यह ट्रेन उदयपुर रेलवे स्टेशन से जम्मू तवी के लिए चलनी थी। बीएसएफ ने रेलवे से एसी और स्लीपर कोच की मांग की थी।
ट्रेन की स्थिति का निरीक्षण
बीएसएफ के कंपनी कमांडर ने ट्रेन का निरीक्षण किया और पाया कि उसकी स्थिति बेहद खराब थी। वैगनों में गंदगी और टूट-फूट थी, जिससे यात्रा करना असुरक्षित था। बीएसएफ अधिकारियों ने इस मामले को उच्च अधिकारियों के ध्यान में लाया।
नई ट्रेन की व्यवस्था
बीएसएफ की शिकायतों के बाद, एनएफआर जोन ने 6 जून को रवाना होने वाली ट्रेन को रद्द कर दिया और एक नई ट्रेन की व्यवस्था की। अब बीएसएफ जवानों की अमरनाथ यात्रा में देरी हो गई है, और उन्हें कश्मीर में 12 जून तक तैनात किया जाना था।