बिहार विधानसभा चुनावों के लिए सुरक्षा तैनाती की तैयारी

बिहार में सुरक्षा तैनाती की योजना
बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की 500 से अधिक कंपनियों को तैनात करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के तहत 5,000 से अधिक कर्मियों को पूरे राज्य में तैनात किया जाएगा। इसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 121 कंपनियां और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की लगभग 400 कंपनियां शामिल हैं। इसके अलावा, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) जैसी अन्य सीएपीएफ की टुकड़ियाँ भी तैनात की जाएंगी।
तैनाती की स्थिति और चुनावी सुरक्षा
बीएसएफ की 99 कंपनियां पहले से ही बिहार पहुंच चुकी हैं, और अन्य सीएपीएफ की टुकड़ियों की आवाजाही जारी है। सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा आकलन और गृह मंत्रालय (एमएचए) के निर्देशों के आधार पर तैनात कंपनियों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। चुनावों के दौरान, यह संख्या लगभग 1,600 कंपनियों तक पहुंच सकती है। वर्तमान में, 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पास 131 सीटें हैं, जबकि महागठबंधन के पास 111 सीटें हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त की घोषणा
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार आज शाम बिहार चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकते हैं। उन्होंने हाल ही में कहा था कि विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने से पहले चुनाव कराए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के तहत राज्य की मतदाता सूची को "शुद्ध" किया गया है। चुनावों के दौरान सीएपीएफ की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि वे क्षेत्र पर नियंत्रण, गश्त और मतदान केंद्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य बूथ कैप्चरिंग, धमकी और चुनावी हिंसा की घटनाओं को रोकना है, जो बिहार के कई जिलों में ऐतिहासिक रूप से समस्या रही है।