बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वंदे भारत ट्रेन का स्लीपर संस्करण लॉन्च
बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर, रेल मंत्रालय ने वंदे भारत ट्रेन के पहले स्लीपर संस्करण को लॉन्च करने की योजना बनाई है। यह ट्रेन पटना या सीतामढ़ी को नई दिल्ली से जोड़ेगी और दिवाली तथा छठ पूजा जैसे त्योहारों के समय यात्रियों को अधिक सुविधा प्रदान करेगी। जानें इस ट्रेन की विशेषताओं और सुरक्षा उपायों के बारे में।
Sep 5, 2025, 14:27 IST
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वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का आगाज
बिहार विधानसभा चुनावों के नजदीक, रेल मंत्रालय ने सेमी-हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेन के पहले स्लीपर मॉडल को शुरू करने की योजना बनाई है। यह ट्रेन संभवतः पटना या सीतामढ़ी को नई दिल्ली से जोड़ेगी। इस ट्रेन का पहला रेक इस महीने के अंत तक या अक्टूबर के पहले सप्ताह में लॉन्च होने की संभावना है, जो नवंबर में होने वाले 243 सदस्यीय विधानसभा चुनावों से पहले है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, जिसे पहले ही सफल परीक्षणों से गुजरना पड़ा है, अब उन्नत ऑनबोर्ड सुविधाओं के साथ अंतिम संशोधन के चरण में है।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, यह ट्रेन लंबी दूरी की यात्रा को और अधिक आरामदायक और सुरक्षित बनाने के लिए तैयार की जा रही है। हालांकि, आधिकारिक मार्ग की पुष्टि अभी बाकी है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह ट्रेन दिल्ली और पटना के बीच चल सकती है, और दरभंगा या सीतामढ़ी तक इसका विस्तार भी संभव है। वंदे भारत स्लीपर सेवा का शुभारंभ दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों के समय हो रहा है, जब लाखों लोग बिहार की यात्रा करते हैं, जिससे यात्रियों को अधिक सुविधा मिलेगी।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण में एक महत्वपूर्ण कदम हैं, जो लंबी दूरी की रात भर की यात्रा के लिए तेज गति, उन्नत सुरक्षा प्रणालियों और बेहतर यात्री आराम का संयोजन प्रदान करती हैं। इन ट्रेनों को 160 किमी/घंटा की अधिकतम गति के लिए डिज़ाइन किया गया है और इनमें दोनों सिरों पर ड्राइवर केबिन होते हैं। इससे टर्मिनलों पर इंजन बदलने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है, जिससे यात्रा का समय कम होता है।
सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। ये ट्रेनें स्वदेशी कवच टक्कर-रोधी प्रणाली, विशेष कपलर और एंटी-क्लाइंबर सुविधाओं वाले दुर्घटना-रोधी कोच डिज़ाइन से लैस हैं और कड़े यूरोपीय अग्नि सुरक्षा मानकों का पालन करती हैं। प्रत्येक कोच में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जो यात्रियों की सुरक्षा को और भी बेहतर बनाते हैं।