बिहार विधानसभा चुनाव: सिवान सीट पर मुकाबला तेज

बिहार में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसमें सिवान सीट पर 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। एनडीए और महागठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला देखने को मिल रहा है। आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी और भाजपा के मंगल पांडे प्रमुख उम्मीदवार हैं। पहली बार चुनाव लड़ रही जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी इस चुनाव में सक्रिय हैं। जानें इस सीट का चुनावी इतिहास और उम्मीदवारों की स्थिति के बारे में।
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बिहार विधानसभा चुनाव: सिवान सीट पर मुकाबला तेज

चुनाव की शुरुआत

बिहार में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। भाजपा, कांग्रेस, आरजेडी और जनसुराज पार्टी के नेता जोरदार रैलियां आयोजित कर रहे हैं। सिवान विधानसभा क्षेत्र में भी चुनावी गतिविधियां जोरों पर हैं। इस सीट पर मुख्य रूप से एनडीए और महागठबंधन के बीच प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। पहली बार चुनावी मैदान में उतरी जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। सिवान में मतदान 6 नवंबर को होगा।


उम्मीदवारों की संख्या

सिवान विधानसभा क्षेत्र में कुल 13 उम्मीदवार चुनावी दौड़ में शामिल हैं। महागठबंधन की ओर से आरजेडी के टिकट पर पूर्व स्पीकर और पूर्व मंत्री अवध बिहारी चौधरी चुनावी मैदान में हैं। वहीं, एनडीए की तरफ से भाजपा के मंगल पांडे भी चुनाव लड़ रहे हैं। जनसुराज पार्टी ने इन्तखाब अहमद को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा, बसपा ने सुनीता देवी को भी चुनावी मैदान में उतारा है। यहां कई निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।


चुनावी इतिहास

यह विधानसभा सीट सिवान जिले के अंतर्गत आती है और इसे सामान्य सीट माना जाता है। 2020 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के अवध बिहारी ने यहां जीत हासिल की थी, जबकि भाजपा के ओम प्रकाश यादव दूसरे स्थान पर रहे थे। तीसरे स्थान पर निर्दलीय उम्मीदवार विनोद कुमार श्रीवास्तव थे। पिछले चुनाव में सिवान सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिला था। 2015 में भाजपा के उम्मीदवार व्यासदेव प्रसाद ने जीत दर्ज की थी। 2005 से 2015 तक इस सीट पर भाजपा का वर्चस्व रहा था।