बिहार विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने उठाए गंभीर आरोप

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर चुनावी धांधली के आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि लगभग 80 लाख वोट चोरी किए गए हैं और भाजपा पर इस धोखाधड़ी की साजिश का आरोप लगाया। सिंह ने कहा कि इस वोटिंग में कथित हेराफेरी का चुनाव परिणामों पर गहरा असर पड़ेगा। उन्होंने चुनाव आयोग और भाजपा नेताओं को घोटाले में शामिल बताया। जानें इस मामले में और क्या कहा गया है और मतगणना की तैयारियों पर क्या चर्चा हुई।
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बिहार विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने उठाए गंभीर आरोप

संजय सिंह का बड़ा आरोप

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने गुरुवार को बिहार विधानसभा चुनावों में व्यापक चुनावी धांधली के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 80 लाख वोटों की चोरी की गई है और भाजपा पर इस धोखाधड़ी की साजिश रचने का आरोप लगाया। 14 नवंबर को परिणामों की घोषणा से पहले एएनआई से बातचीत में, सिंह ने जोर देकर कहा कि इस वोटिंग में कथित हेराफेरी का चुनाव परिणामों पर गहरा असर पड़ेगा।


चुनाव परिणामों पर प्रभाव

सिंह ने कहा कि हमें 14 नवंबर को परिणामों का इंतजार करना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि वोट चोरी का इस चुनाव पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। यह अस्वीकार नहीं किया जा सकता कि बिहार में 80 लाख वोट चुराए गए हैं, जिससे 80 लाख मतदाता अपने मताधिकार से वंचित हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मृत व्यक्तियों और उन लोगों के नाम पर फर्जी फॉर्म भरे गए हैं जो कभी भी व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं हुए। इसे चुनाव आयोग और भाजपा नेताओं से जुड़ा एक घोटाला बताया।


घोटाले का खुलासा

आप सांसद ने कहा कि चुनाव से पहले मरे हुए लोगों के हस्ताक्षरों के साथ फॉर्म भरे जा रहे थे। ऐसे लोगों के हस्ताक्षरों के साथ फॉर्म भरे गए जो चुनाव में शामिल नहीं हुए थे। इस प्रकार यह घोटाला सामने आया है और ज्ञानेश कुमार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूरी भाजपा इसमें शामिल हैं। सिंह ने कहा कि इस तरह की कथित अनियमितताएँ राज्य में चुनावी प्रक्रिया की ईमानदारी पर सवाल उठाती हैं और चुनाव आयोग तथा केंद्र सरकार से जवाबदेही की मांग करती हैं।


मतगणना की तैयारी

6 और 11 नवंबर को हुए 243 सीटों वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना कल होने वाली है। विजेताओं की घोषणा उसी शाम की जाएगी, जिससे लगभग एक महीने से चल रहा चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। यह दो दशकों में देश का पहला विधानसभा चुनाव है, जो मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बाद कराया गया। इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने पार्टी के उम्मीदवारों और जिला स्तर पर पार्टी पदाधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन बैठक की, जिसमें मतगणना से संबंधित दिशा-निर्देशों और प्रक्रिया की तैयारियों पर चर्चा की गई।