बिहार विधानसभा चुनाव: महागठबंधन में सीट बंटवारे पर असहमति
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो गई है, जिससे एनडीए और महागठबंधन दोनों ने अपनी चुनावी तैयारियों को तेज़ कर दिया है। महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर असहमति के कारण सहयोगी दल एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। यह स्थिति 23 अक्टूबर को स्पष्ट हो सकती है, जब उम्मीदवारों के नाम वापस लेने की अंतिम तिथि होगी। जानें किन 12 सीटों पर महागठबंधन के दल आमने-सामने होंगे और चुनावी रणनीतियों के बारे में अधिक जानकारी।
Oct 21, 2025, 15:04 IST
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बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ तेज़
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया सोमवार को समाप्त हो गई, जिसके साथ ही सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्षी महागठबंधन ने अपनी तैयारियों को गति दी है। हालांकि, महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई है, जिससे सहयोगी दल कई सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) वैशाली, सुल्तानगंज और बछवाड़ा समेत 12 सीटों पर आमने-सामने होंगे। यह स्थिति 23 अक्टूबर को समाप्त हो सकती है, जो उम्मीदवारों के नाम वापस लेने की अंतिम तिथि है।
महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच मुकाबले वाली सीटें
- बछवाड़ा: अबदेश कुमार राय (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी) बनाम शिव प्रकाश गरीब दास (कांग्रेस)
- नरकटियागंज: दीपक यादव (राष्ट्रीय जनता दल) बनाम शाश्वत केदार पांडे (कांग्रेस)
- बाबूबरही: बिंदु गुलाब यादव (विकासशील इंसान पार्टी) बनाम अरुण कुमार सिंह कुशवाहा (राष्ट्रीय जनता दल)
- वैशाली: संजीव सिंह (कांग्रेस) बनाम अजय कुमार कुशवाहा (राष्ट्रीय जनता दल)
- राजा पाकर: प्रतिमा कुमारी दास (कांग्रेस) बनाम मोहित पासवान (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी)
- कहलगांव: रजनीश भारती (राष्ट्रीय जनता दल) बनाम प्रवीण सिंह कुशवाहा (कांग्रेस)
- बिहारशरीफ: ओमैर खान (कांग्रेस) बनाम शिव कुमार यादव (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी)
- सिकंदरा: विनोद कुमार चौधरी (कांग्रेस) बनाम उदय नारायण चौधरी (राष्ट्रीय जनता दल)
- चैनपुर: बाल गोविंद बिंद (विकासशील इंसान पार्टी) बनाम बृज किशोर बिंद (राष्ट्रीय जनता दल)
- सुल्तानगंज: ललन कुमार (कांग्रेस) बनाम चंदन कुमार सिन्हा (राष्ट्रीय जनता दल)
- करगहर: संतोष कुमार मिश्रा (कांग्रेस) बनाम महेंद्र प्रसाद गुप्ता (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी)
- वारसलीगंज: अनिता देवी महतो (राष्ट्रीय जनता दल) बनाम सतीश कुमार (कांग्रेस)
महागठबंधन में सीटों की मांग और असहमति
कांग्रेस ने 70 सीटों की मांग की थी, लेकिन राजद ने उसे 52 से 55 सीटों की पेशकश की, जिससे दोनों दलों के बीच मतभेद उत्पन्न हुए। वाम दलों ने भी 2020 के विधानसभा चुनावों में अपने प्रदर्शन के आधार पर 40 सीटों की मांग की थी। मुकेश सहनी की वीआईपी ने भी 40 सीटों की मांग की थी, लेकिन बाद में 15 सीटों पर सहमति बनी। वीआईपी को 2025 के बिहार चुनाव में जीतने पर उपमुख्यमंत्री का पद देने का भी आश्वासन दिया गया है। महागठबंधन के सहयोगी दलों द्वारा 12 सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारने से यह संभावना जताई जा रही है कि इससे सत्तारूढ़ एनडीए को लाभ होगा, क्योंकि इससे विपक्षी वोटों का बंटवारा होगा।