बिहार विधानसभा चुनाव: मतदाता उत्साह और एग्जिट पोल की तैयारी

बिहार विधानसभा चुनाव का अंतिम चरण समाप्त हो चुका है, जिसमें जदयू-नीत एनडीए और राजद-नीत महागठबंधन के बीच मुकाबला हो रहा है। लगभग 3.7 करोड़ मतदाता 1,302 उम्मीदवारों में से अपने प्रतिनिधियों का चयन कर रहे हैं। पहले चरण में 65.08 प्रतिशत मतदान हुआ, जो एक नया रिकॉर्ड है। चुनाव आयोग ने एग्जिट पोल के आंकड़ों को मतदान के बाद ही जारी करने का निर्देश दिया है। जानें इस चुनाव के बारे में और क्या खास है।
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बिहार विधानसभा चुनाव: मतदाता उत्साह और एग्जिट पोल की तैयारी

बिहार विधानसभा चुनाव का अंतिम चरण

बिहार विधानसभा चुनाव का अंतिम चरण संपन्न हो चुका है। इस बार मुख्य मुकाबला जदयू-नीत एनडीए और राजद-नीत महागठबंधन के बीच देखा जा रहा है, जिसमें मतदाता अपने प्रतिनिधियों का चयन करने के लिए बड़ी संख्या में मतदान कर रहे हैं.


मतदाता और उम्मीदवारों की संख्या

हालिया आंकड़ों के अनुसार, लगभग 3.7 करोड़ मतदाता 45,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का उपयोग कर रहे हैं। इस चुनाव में कुल 1,302 उम्मीदवार शामिल हैं, जिनमें कई पुराने चेहरे और नए उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.


बड़े नेताओं और नए चेहरों की चर्चा

इस चुनाव में नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव जैसे प्रमुख नेताओं के साथ-साथ ओसामा शाहाब जैसे नए चेहरे भी चर्चा का विषय बने हुए हैं। महुआ, राघोपुर और रघुनाथपुर जैसी सीटों पर मुकाबला काफी दिलचस्प माना जा रहा है।


चुनाव आयोग के निर्देश

चुनाव आयोग ने सभी मीडिया संगठनों को निर्देश दिया है कि मतदान के दूसरे चरण की प्रक्रिया पूरी होने से पहले किसी भी एग्जिट पोल के आंकड़े सार्वजनिक न किए जाएं। एग्जिट पोल के परिणाम मतदान समाप्त होने के लगभग आधे घंटे बाद, यानी शाम साढ़े छह बजे से जारी किए जाएंगे.


एग्जिट पोल सर्वेक्षण

जानकारी के अनुसार, Axis MyIndia, CVoter और Today’s Chanakya जैसी प्रमुख एजेंसियां इस बार एग्जिट पोल सर्वे कर रही हैं, जिनसे शुरुआती रुझानों का अनुमान लगाया जा सकेगा.


दूसरे चरण का महत्व

बिहार चुनाव का दूसरा चरण 11 नवंबर को 20 जिलों की 122 सीटों पर हो रहा है, जिसमें गया टाउन, कटिहार और सुपौल जैसी सीटें महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। यह चरण दोनों गठबंधनों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।


पहले चरण का मतदान

पहले चरण के मतदान ने उत्साह का नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, पहले चरण में 65.08 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 1998 के बाद का सबसे अधिक आंकड़ा है। विशेष रूप से, महिला मतदाताओं की भागीदारी इस बार उल्लेखनीय रही है.


एग्जिट पोल की प्रक्रिया

एग्जिट पोल मतदान के तुरंत बाद मतदाताओं से बातचीत के जरिए किए जाते हैं। ये सर्वे यह समझने का प्रयास करते हैं कि लोगों ने किस पार्टी को वोट दिया है। हालांकि ये केवल अनुमान होते हैं, फिर भी ये नतीजों की प्रारंभिक झलक पेश करते हैं.


मतदाताओं का उत्साह

बिहार में इस बार के चुनाव ने मतदाताओं के बीच असाधारण उत्साह और लोकतांत्रिक जोश का प्रदर्शन किया है, जिसका परिणाम आने वाले दिनों में स्पष्ट रूप से दिखाई देगा.