बिहार विधानसभा चुनाव: पहले चरण का मतदान शुरू, प्रमुख नेता मैदान में

बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण आज शुरू हो गया है, जिसमें 121 निर्वाचन क्षेत्रों में 1,314 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। प्रमुख नेता जैसे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव चुनावी मैदान में हैं। एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। इस बार महिलाओं के मतदाता समूह का भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। जानें इस चुनाव में क्या खास है और किन मुद्दों पर चुनावी प्रचार चल रहा है।
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बिहार विधानसभा चुनाव: पहले चरण का मतदान शुरू, प्रमुख नेता मैदान में

बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान आज राज्य में प्रारंभ हो गया है। कुल 243 सीटों में से 18 जिलों के 121 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाता 1,314 उम्मीदवारों के भाग्य का निर्धारण करेंगे। इस चरण में प्रमुख नेताओं में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव, उनके भाई तेज प्रताप यादव, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और अनंत सिंह शामिल हैं। मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारित है, लेकिन सुरक्षा कारणों से कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान का समय घटाकर शाम 5 बजे कर दिया गया है। सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए प्रयासरत है, जबकि महागठबंधन चुनावों में वापसी की उम्मीद कर रहा है.


महागठबंधन और एनडीए के बीच मुकाबला

2020 में, राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने 63 सीटें जीती थीं, जबकि एनडीए को 55 सीटों पर संतोष करना पड़ा था। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह इतिहास दोहराया जाएगा, क्योंकि यह क्षेत्र, जिसमें पटना भी शामिल है, अक्सर बिहार की राजनीतिक दिशा तय करता है। इस चरण की महत्वपूर्ण सीटों में राघोपुर, महुआ और तारापुर शामिल हैं।


चुनाव प्रचार की रणनीतियाँ

पहले चरण के चुनाव प्रचार में राजद और कांग्रेस ने बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भाजपा की कठपुतली बताने के मुद्दों पर जोर दिया। वहीं, एनडीए ने राजद पर 'जंगल राज' का आरोप लगाते हुए अपनी रणनीति बनाई है.


मुख्य मुकाबले और उम्मीदवार

राघोपुर में तेजस्वी यादव का मुकाबला भाजपा के सतीश कुमार से होगा, जो 2010 में अपनी माँ राबड़ी देवी को हराकर चर्चा में आए थे। महुआ सीट पर तेज प्रताप यादव मौजूदा राजद विधायक मुकेश रौशन से मुकाबला करेंगे। अलीनगर से भाजपा की युवा उम्मीदवार मैथिली ठाकुर भी चुनावी मैदान में हैं।


बाहुबली राजनीति का प्रभाव

बिहार के चुनावों में बाहुबली राजनीति का भी महत्वपूर्ण स्थान है। इस बार भी कई बाहुबली उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब और जेडी(यू) के अनंत सिंह शामिल हैं। मोकामा में एक जन सुराज समर्थक की हत्या ने चुनावी माहौल को और भी गरमा दिया है।


महिलाओं के मतदाता समूह का महत्व

महिलाओं के मतदाता समूह के उभरने के साथ, दोनों पक्षों ने बड़े वादे किए हैं। एनडीए ने 10,000 रुपये की नकद हस्तांतरण योजना की घोषणा की है, जबकि विपक्ष ने तेजस्वी यादव द्वारा 'माई बहन मान योजना' के तहत 30,000 रुपये देने का वादा किया है.


मतदाता सूची में बदलाव

ये चुनाव विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की छाया में हो रहे हैं, जिसमें लगभग 60 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। विपक्ष का आरोप है कि यह प्रक्रिया हाशिए पर पड़े समुदायों को मताधिकार से वंचित करने का प्रयास है.