बिहार विधानसभा चुनाव: दूसरे चरण के लिए सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर
चुनाव प्रचार का समापन
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार रविवार शाम को समाप्त हो गया। मतदान मंगलवार को 20 जिलों के 122 निर्वाचन क्षेत्रों में होगा। मतदान के दिन से कुछ घंटे पहले, राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को उच्च सतर्कता पर रखा गया है। सुचारू और सुरक्षित मतदान सुनिश्चित करने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस और केंद्रीय बलों की टीमों को तैनात किया गया है।
सुरक्षा व्यवस्थाओं की पुष्टि
पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने बताया कि दूसरे चरण के मतदान के लिए सभी सुरक्षा उपाय पूरी तरह से सुनिश्चित किए गए हैं। उन्होंने कहा, "पहले चरण की तुलना में, इस बार तैनाती और निगरानी के स्तर को बेहतर किया गया है।" डीजीपी ने यह भी बताया कि 11 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए सभी जिलों में केंद्रीय और राज्य बलों की व्यापक तैनाती की गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा को शनिवार से पूरी तरह से सील कर दिया गया है, जबकि अंतरराज्यीय सीमाएं रविवार शाम तक बंद रहेंगी। डीजीपी ने बताया कि दूसरे चरण में केंद्रीय सुरक्षा बलों की कुल 1,650 कंपनियां तैनात की जा रही हैं। इसके अलावा, राज्य पुलिस बल की अतिरिक्त टुकड़ियां भी हर जिले में भेजी गई हैं ताकि सभी मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित किया जा सके।
विशेष सुरक्षा उपाय
जिन 20 जिलों में मतदान होना है, उनमें से कई अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं से जुड़े हुए हैं। अधिकारियों के अनुसार, इन सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। डीजीपी ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा से लगे सात जिलों में सुरक्षा को और कड़ा किया गया है। झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की सीमाओं से जुड़े जिलों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है और विशेष निगरानी दल तैनात किए गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय सीमा की सीलिंग
अधिकारियों ने पुष्टि की है कि शनिवार से अंतरराष्ट्रीय सीमा पूरी तरह से सील कर दी गई है, जबकि अंतरराज्यीय सीमाएं रविवार शाम तक बंद रहेंगी। दूसरे चरण के लिए, राज्य भर में केंद्रीय सुरक्षा बलों की कुल 1,650 कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा, हर बूथ स्तर पर शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए बिहार पुलिस की अतिरिक्त बटालियनों को ज़िलेवार तैनात किया गया है।
बिहार चुनाव का दूसरा चरण
प्रचार अभियान अब समाप्त हो चुका है और बिहार एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। ये परिणाम यह तय करेंगे कि बिहार एनडीए की "डबल इंजन" सरकार के अधीन रहेगा या तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की वापसी होगी। नई उभरती जन सुराज पार्टी भी एनडीए और महागठबंधन को कड़ी चुनौती दे रही है।
