बिहार विधानसभा चुनाव: जीतन राम मांझी का रहस्यमय संदेश और सीट बंटवारे की चर्चा

बिहार विधानसभा चुनावों के लिए जीतन राम मांझी ने एक रहस्यमय पोस्ट साझा किया है, जिसमें उन्होंने सीट बंटवारे की अपनी इच्छाओं का संकेत दिया है। वहीं, चिराग पासवान ने अपने पिता की याद में एक संदेश दिया है, जिसमें उन्होंने हर कदम पर लड़ने की सीख दी। जानें इन संदेशों का चुनावी रणनीति पर क्या असर हो सकता है और एनडीए के सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे की स्थिति क्या है।
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बिहार विधानसभा चुनाव: जीतन राम मांझी का रहस्यमय संदेश और सीट बंटवारे की चर्चा

मांझी का संदेश और सीट बंटवारे की तैयारी

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता जीतन राम मांझी ने बिहार विधानसभा चुनावों के लिए एनडीए सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे की बातचीत से पहले एक रहस्यमय पोस्ट साझा किया। मांझी ने रामधारी सिंह दिनकर की रश्मिरथी से एक अंश साझा किया, जिसमें पांडवों द्वारा कौरवों से पांच गाँव छीनने का उल्लेख है, जबकि बाकी राज्य अपने पास रखे जाने का संकेत है। उन्होंने लिखा कि यदि न्याय हो, तो आधा दो, और अगर उसमें कोई बाधा हो, तो केवल 15 ग्राम दे दो, बाकी अपनी धरती पर रखो, हम खुशी से स्वीकार करेंगे, परिजनों पर कोई आक्षेप नहीं उठाएंगे।


 


महागठबंधन की रणभेरी


हालांकि, मांझी ने '15 ग्राम' (15 गांव) की मांग के संदर्भ को संशोधित करते हुए संकेत दिया कि वे गठबंधन की सीट बंटवारे में 15 सीटें चाहते हैं। इससे पहले, सीट बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान के बीच चिराग पासवान ने भी एक रहस्यमय संदेश दिया। अपने पिता रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए, चिराग ने कहा कि उनके पिता ने उन्हें हर कदम पर लड़ने की सीख दी थी।


 


चिराग पासवान का संदेश


लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "पापा हमेशा कहते थे, गुनाह मत करो, गुनाह मत सहो। जीना है तो मरना सीखो, हर कदम पर लड़ना सीखो।" एनडीए के सहयोगी दल सीटों के बंटवारे पर सहमति बनाने के लिए सक्रिय बैठकें कर रहे हैं। बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को चिराग पासवान के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की। प्रधान के साथ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और राज्य सरकार में मंत्री मंगल पांडे भी उपस्थित थे।