बिहार विधानसभा चुनाव 2025: महागठबंधन की बैठक में उठे गंभीर मुद्दे
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के तहत महागठबंधन की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं ने गंभीर मुद्दों पर चर्चा की। CAG की रिपोर्ट में बिहार सरकार के 71,000 करोड़ रुपये के ब्योरे की कमी का जिक्र किया गया। बैठक में सीट बंटवारे और प्रचार की रणनीतियों पर भी विचार किया गया। जानें इस बैठक में क्या-क्या हुआ और नेताओं ने क्या कहा।
Jul 30, 2025, 16:54 IST
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महागठबंधन की बैठक में चर्चा
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में तेजी आई है। आज राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने पटना में महागठबंधन की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने बताया कि महागठबंधन की समन्वय समिति की बैठक हुई। CAG की रिपोर्ट में यह सामने आया है कि बिहार सरकार 71,000 करोड़ रुपये का ब्योरा प्रस्तुत नहीं कर पाई है, जो कि लगभग 80,000 करोड़ रुपये का बड़ा घोटाला है। राज्य में अब तक 100 से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं और मुख्यमंत्री अभी भी स्थिति को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
महागठबंधन की रणनीति
राजद नेता ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे। बैठक में इस पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि राखी के बाद महागठबंधन के सभी प्रमुख नेता, जो राष्ट्रीय स्तर पर हैं, जनता के बीच जाएंगे और मैं भी खुद जनता के बीच जाऊंगा। राज्य एआईसीसी प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने बैठक के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह नियमित रूप से हो रही है और चुनाव से संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। सीट बंटवारे से लेकर प्रचार तक, हर पहलू पर विचार किया जाएगा। इस बार कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक के सभी दलों ने 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि जिन मुद्दों पर प्रगति हुई है, उन सभी पर चर्चा की जाएगी। हमें विश्वास है कि हम बेहतर प्रगति करेंगे। सीटों का बंटवारा होना है, लेकिन जो बातें सुनने को मिल रही हैं, वे सही नहीं हैं। सच्चाई यह है कि हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और अपने गठबंधन को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं। डरने वाले लोग हमारे सहयोगियों को प्रस्ताव देते रहेंगे, लेकिन हमारे सभी सहयोगी एकजुट हैं।
नीतीश कुमार पर टिप्पणी
आरजेडी नेता रणविजय साहू ने कहा कि बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा होगी। नीतीश कुमार जिस तरह तेजस्वी यादव की नकल कर रहे हैं, उसके लिए एक कहावत है, 'नकल के लिए भी अकल चाहिए।' अब जब सरकार को जानकारी नहीं है, तो बिहार की जनता ने तय कर लिया है कि क्यों न तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाया जाए। सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है।