बिहार में सात नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना का निर्णय

बिहार सरकार ने हाल ही में सात नए मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों की स्थापना का निर्णय लिया है, जिससे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा। यह कदम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस वादे को पूरा करता है जिसमें उन्होंने हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की बात कही थी। वर्तमान में, बिहार में 15 मेडिकल कॉलेज कार्यरत हैं और 20 अन्य कॉलेज निर्माणाधीन हैं। नए कॉलेजों के खुलने से कुल संख्या 42 हो जाएगी, जो राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करेगा और आम लोगों के लिए चिकित्सा शिक्षा की पहुंच को बढ़ाएगा।
 | 
बिहार में सात नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना का निर्णय

बिहार सरकार का नया कदम

हाल ही में, बिहार कैबिनेट ने राज्य में सात नए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोलने की मंजूरी दी है।


वर्तमान में, बिहार में केंद्र सरकार के कॉलेजों सहित 15 मेडिकल कॉलेज कार्यरत हैं।


2005 में बिहार में केवल छह मेडिकल कॉलेज थे, जबकि अब 20 कॉलेज निर्माणाधीन हैं।


जब सभी निर्माणाधीन और हाल ही में घोषित सात कॉलेज चालू हो जाएंगे, तो कुल कॉलेजों की संख्या 42 हो जाएगी।


सात नए कॉलेजों का प्रस्ताव

बिहार सरकार ने सात जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है।


ये कॉलेज किशनगंज, कटिहार, रोहतास, श्योहर, लखीसराय, अरवल और शेखपुरा में स्थापित किए जाएंगे।


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सार्वजनिक भाषणों में कहा है कि उनका लक्ष्य प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करना है।


वर्तमान और निर्माणाधीन कॉलेज

राज्य में वर्तमान में 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल हैं, जो तीन अन्य केंद्रीय कॉलेजों के साथ 15 तक बढ़ सकते हैं।


राज्य में कार्यरत कॉलेजों में पीएमसीएच, एनएमसीएच, आईजीआईएमएस, और एआईआईएमएस शामिल हैं।


इसके अलावा, 20 अन्य कॉलेज विभिन्न निर्माण चरणों में हैं, जिनमें जमुई, बक्सर, और दरभंगा शामिल हैं।


स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार

इन नए कॉलेजों के खुलने से न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि आम लोगों के लिए चिकित्सा शिक्षा तक पहुंच भी बढ़ेगी।


2005 में नीतीश कुमार के कार्यभार संभालने के समय राज्य में केवल छह मेडिकल कॉलेज थे।


अब, नए कॉलेजों के साथ, कुल संख्या 42 हो जाएगी, जो राज्य सरकार के लक्ष्य को पूरा करेगा।


निजी कॉलेजों की संख्या में वृद्धि

राज्य में निजी मेडिकल कॉलेजों की संख्या भी बढ़कर नौ हो गई है, जो स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में मदद कर रही है।


सरकार पीएमसीएच, आईजीआईएमएस और अन्य पुराने कॉलेजों को अपग्रेड करने की योजना बना रही है।