बिहार में मुफ्त बिजली योजना: नीतीश कुमार ने मोदी की सलाह का किया जिक्र

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को घोषणा की कि राज्य में 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह के अनुरूप है। जद(यू) के नेता ने यह बात पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी में एक रैली के दौरान कही, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।
नीतीश कुमार, जो राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं, ने सभा में कहा कि अब लोगों को बिजली के लिए कोई भुगतान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, "सर (प्रधानमंत्री) के जाने के बाद, हम पटना लौटेंगे और आवश्यक मंजूरी देंगे।" इसी कारण से आज दिन में कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है।
आगामी विधानसभा चुनाव और नई परियोजनाएं
आगामी विधानसभा चुनाव में जीतने और लगातार पांचवीं बार सत्ता में आने के लिए मोदी के करिश्मे पर भरोसा जताते हुए कुमार ने कहा, "हम उनका बहुत सम्मान करते हैं और उनकी सलाह के अनुसार काम कर रहे हैं।" उन्होंने बताया कि पहले उपभोक्ता बिजली बिल के लिए बहुत अधिक राशि चुकाते थे, लेकिन 2018 में इसे सुगम बनाया गया। अब बिहार के परिवारों को मुफ्त बिजली मिल रही है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की 430 नई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है और हम उन पर कार्य कर रहे हैं। फरवरी में 2025 के बजट में मखाना बोर्ड की स्थापना, हवाई अड्डे का उद्घाटन और पश्चिमी कोसी नदी के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की गई है।
प्रधानमंत्री का जवाब और राजनीतिक प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री, जिनके साथ मुख्यमंत्री के संबंध वर्षों से उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं, ने हाथ जोड़कर इस टिप्पणी का उत्तर दिया। एनडीए के मुफ्त सुविधाओं के खिलाफ होने के बावजूद, इस लोकलुभावन कदम को राजद के नेतृत्व वाले गठबंधन के सत्ता में आने पर "200 यूनिट मुफ्त बिजली" देने के भाजपा के वादे को कमजोर करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री, भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने इस कदम का बचाव करते हुए कहा, "यह मुफ्त की खैरात नहीं है। यह सरकार द्वारा दी जाने वाली 100 प्रतिशत सब्सिडी है।"