बिहार में महिलाओं के लिए रोजगार योजना: 10,000 रुपये की सहायता

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए एक नई रोजगार योजना की घोषणा की है, जिसके तहत उन्हें ₹10,000 की प्रारंभिक सहायता मिलेगी। यह योजना महिलाओं को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से बनाई गई है। योजना में शामिल होने के लिए महिलाओं को जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ना होगा। इसके अलावा, जो महिलाएं अपने व्यवसाय में प्रगति करेंगी, वे अतिरिक्त ऋण के लिए भी आवेदन कर सकेंगी। जानें इस योजना के बारे में और अधिक जानकारी।
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बिहार में महिलाओं के लिए रोजगार योजना: 10,000 रुपये की सहायता

बिहार में चुनावों की तैयारी और नई योजना

बिहार में राज्य चुनावों की तैयारी के बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। यह योजना महिलाओं को आकर्षित करने के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत, महिलाओं को उनके उद्यम की शुरुआत या रोजगार के अवसरों के लिए ₹10,000 की प्रारंभिक राशि मिलेगी। हालांकि, पात्रता को लेकर कुछ शर्तें हैं।


कौन कर सकता है आवेदन?

नीतीश कुमार ने 29 अगस्त को इस योजना की घोषणा की थी और इसे कैबिनेट से मंजूरी भी मिली। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि राज्य के 2.7 करोड़ परिवारों की हर महिला इस योजना से जुड़ सकेगी। यह योजना न केवल महिलाओं को रोजगार प्रदान करेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगी।


किस प्रकार के स्टार्ट-अप्स को मिलेगा धन?

मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत, कोई भी महिला जो अपना व्यवसाय शुरू करना चाहती है, वह ऋण के लिए आवेदन कर सकती है। इसके लिए महिलाओं को एक जीविका स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ना होगा। प्रत्येक पात्र महिला को अपने रोजगार की शुरुआत के लिए ₹10,000 की राशि मिलेगी। छह महीने बाद, जो महिलाएं व्यवसाय में प्रगति दिखाएंगी, वे अपने उद्यम को बढ़ाने के लिए ₹2 लाख तक का अतिरिक्त ऋण प्राप्त कर सकती हैं। गांवों और शहरों में महिलाओं के उत्पादों की बिक्री के लिए हाट बाजार विकसित किए जाएंगे।


जीविका से जुड़ी 1.34 करोड़ महिलाएं

जीविका दीदी योजना, जो बिहार ग्रामीण आजीविका संवर्धन समिति (BRLPS) द्वारा संचालित है, 2006 में विश्व बैंक के सहयोग से शुरू की गई थी। वर्तमान में, राज्य में 10.81 लाख स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जिनमें 1.34 करोड़ महिलाएं सदस्य हैं। ये समूह महिलाओं की आय बढ़ाने में मदद करते हैं, जैसे कृषि, पशुपालन, हस्तशिल्प, किराना दुकानें, सिलाई, कढ़ाई और छोटे व्यवसाय। हाल ही में, इस योजना के तहत महिलाओं को कम ब्याज पर ऋण प्रदान करने के लिए जीविका निधि क्रेडिट सहकारी संघ लिमिटेड की स्थापना की गई है।