बिहार में महागठबंधन की सीट बंटवारे की योजना की घोषणा संभव

महागठबंधन की सीट बंटवारे की योजना
बिहार में विपक्षी महागठबंधन इस सप्ताह अपनी सीट बंटवारे की योजना का ऐलान कर सकता है। सूत्रों के अनुसार, गठबंधन अगले कुछ दिनों में अपनी योजना को अंतिम रूप देने के बाद इसकी घोषणा करेगा। इसके साथ ही, एक संयुक्त घोषणापत्र भी जारी होने की उम्मीद है।
रविवार को, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच विधानसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 243 सदस्यीय विधानसभा में 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि शेष सीटें छोटे सहयोगी दलों के लिए सुरक्षित रखी गई हैं। यह पहली बार है जब जदयू और भाजपा समान संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
चुनाव की तैयारी और सीट बंटवारे की स्थिति
यह घोषणा उस समय की गई है जब पहले चरण के नामांकन की अंतिम तिथि में अब एक सप्ताह से भी कम समय बचा है। नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ समान संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमति जताई है। भाजपा ने राज्य में अपनी स्थिति को मजबूत किया है।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को 29 सीटें मिली हैं। 2020 के चुनाव में चिराग पर जदयू को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा था।
राजग के अन्य घटक दलों को भी सीटें आवंटित की गई हैं। हालांकि, जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी के लिए अधिक सीटों की मांग की थी। उन्होंने कहा कि उन्हें केवल छह सीटें देकर उनकी ताकत को कम करके आंका गया है।
महागठबंधन में असंतोष और चुनावी रणनीतियाँ
विपक्षी महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर असंतोष बढ़ता जा रहा है। राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्य दिल्ली गए हैं, जिससे गठबंधन के भीतर असंतोष की अटकलें तेज हो गई हैं।
पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है। राजद ने स्पष्ट किया है कि वह 243 में से कम से कम आधी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस, वामदलों और विकासशील इंसान पार्टी को सीट बंटवारे में देरी का जिम्मेदार ठहराया गया है। कांग्रेस ने अपनी हालिया 'वोटर अधिकार यात्रा' की सफलता के आधार पर अधिक सीटों की मांग की है।
जन सुराज पार्टी की तैयारी
जन सुराज पार्टी ने हाल ही में 51 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है और सोमवार को एक और सूची जारी करने की योजना बना रही है। पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने संकेत दिया है कि वह राघोपुर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।