बिहार में महागठबंधन का चक्का जाम: राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का विरोध प्रदर्शन
बिहार में महागठबंधन ने 9 जुलाई को चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ 'चक्का जाम' करने का निर्णय लिया है। इस विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव शामिल होंगे। उनका कहना है कि यह प्रक्रिया राज्य के 2 करोड़ से अधिक मतदाताओं को उनके अधिकारों से वंचित कर सकती है। तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए इसे भ्रमित बताया है। जानें इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर और क्या कहा गया है।
Jul 7, 2025, 15:29 IST
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बिहार में चुनाव आयोग के खिलाफ महागठबंधन का विरोध
बिहार में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ महागठबंधन 9 जुलाई को 'चक्का जाम' करने की योजना बना रहा है। इस विरोध प्रदर्शन में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल होंगे। आरजेडी के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि 9 जुलाई को वे और राहुल गांधी मिलकर चक्का जाम करेंगे। उनका कहना है कि बिहार के लोगों से वोटिंग का अधिकार छीनने का यह प्रयास अन्य अधिकारों को भी प्रभावित करेगा, इसलिए इसका विरोध आवश्यक है।
कांग्रेस के सचिव सुशील पासी ने बताया कि राहुल गांधी 9 जुलाई को पटना में मतदाता सूची की एसआईआर के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए पहुंचेंगे। महागठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के लिए समय मांगा है। उनका आरोप है कि इस प्रक्रिया के कारण राज्य के 2 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार से वंचित हो जाएंगे।
भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (इंडिया) के 11 ब्लॉक सदस्यों ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और अन्य चुनाव आयुक्तों से एसआईआर प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए मुलाकात की। तेजस्वी यादव ने कहा कि 5 जुलाई को चुनाव आयोग से मुलाकात के दौरान उन्होंने कई सवाल उठाए थे, लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिला है। उन्होंने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह केवल डाकघर की तरह काम कर रहा है। हाल ही में आयोग ने तीन अलग-अलग निर्देश जारी किए हैं, जो उसकी भ्रमित स्थिति को दर्शाते हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि उनका गठबंधन चुनाव आयोग द्वारा जारी विरोधाभासी निर्देशों पर गहरी चिंता व्यक्त करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में संशोधन दलितों, ओबीसी, ईबीसी और अल्पसंख्यकों के वोटों को खत्म करने की साजिश है। इसके साथ ही, फर्जी मतदाताओं को जोड़ने की भी संभावना है। उन्होंने चुनाव आयोग के फेसबुक पेज पर 6 जुलाई को किए गए दो पोस्टों का उल्लेख किया, जिसमें एक में कहा गया कि बिना कागजात के फॉर्म जमा किए जा सकते हैं, जबकि दूसरे में दस्तावेज समय पर जमा करने की बात कही गई है। महागठबंधन की मांग है कि चुनाव आयोग सभी मुद्दों पर स्पष्ट आदेश जारी करे।