बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बदलाव की कहानी

केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए बदलावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे राज्य में सुरक्षा, सड़कें और बिजली की उपलब्धता में सुधार हुआ है। मोकामा में आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने बिहार की स्थिति को पहले और अब के संदर्भ में रखा। जानें इस सम्मेलन में और क्या बातें हुईं और कैसे बिहार ने विकास की नई दिशा पकड़ी है।
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बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बदलाव की कहानी

बिहार में बदलाव की नई कहानी

बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बदलाव की कहानी


केंद्रीय मंत्री और जनता दल यूनाईटेड (JDU) के नेता राजीव रंजन सिंह, जिन्हें ललन सिंह के नाम से जाना जाता है, ने हाल ही में कहा कि मोकामा में नीतीश कुमार एक रक्षक के रूप में उभरे हैं। उन्होंने बताया कि जब नीतीश कुमार ने नवंबर 2005 में बिहार के मुख्यमंत्री का पद संभाला, तब राज्य की स्थिति क्या थी।


ललन सिंह ने मोकामा के मोर में आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा, "यह वही मोकामा है जहां लोग रात के 12 बजे रेल से उतरने के बाद अपने घर जाने की हिम्मत नहीं करते थे। अब यह सब बदल चुका है। यह बदलाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में संभव हुआ है।"


उन्होंने आगे कहा कि, "बिहार में पहले सड़कें नहीं थीं, केवल गड्ढे थे। नीतीश कुमार ने हर जगह सड़कें बनवाईं। अब मोकामा से पटना पहुंचने में पांच घंटे से अधिक समय नहीं लगता।"


बिजली की उपलब्धता में सुधार


ललन सिंह ने यह भी बताया कि, "लालू प्रसाद यादव के शासन में लोग पार्टी के सदस्यों के साथ गाड़ी में यात्रा करते समय आतंकित होते थे। लेकिन नीतीश कुमार के शासन में अब किसी में भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं है। आज हर घर में बिजली पहुंच गई है।"


उन्होंने कहा कि, "अगर पाकिस्तान हम पर हमला करेगा, तो हम उनकी धरती में घुसकर जवाब देंगे। हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की सुरक्षा मजबूत हुई है।"


सिंह ने यह भी बताया कि, "मोदी जी के कार्यकाल में भारत की अर्थव्यवस्था 11वें से 5वें स्थान पर पहुंच गई है।"


उन्होंने कहा कि, "मोदी जी के मंत्रिमंडल ने मोकामा से मुंगेर तक साढ़े चार हजार करोड़ की फोर लेन सड़क स्वीकृत की है।"


इस सम्मेलन में शाहनवाज हुसैन, अशोक चौधरी और अनंत सिंह भी उपस्थित थे।