बिहार में निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री की मांग, JDU कार्यकर्ताओं का भूख हड़ताल
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री की मांग जोर पकड़ रही है। जेडीयू कार्यकर्ताओं ने इस मांग को लेकर 12 घंटे की भूख हड़ताल की। कार्यकर्ताओं का मानना है कि निशांत की शिक्षा और छवि उन्हें पार्टी की बागडोर संभालने के लिए सक्षम बनाती है। यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। जानें इस आंदोलन के पीछे की पूरी कहानी और कार्यकर्ताओं की अपील।
| Dec 28, 2025, 17:14 IST
निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री की मांग
निशांत कुमार और नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के राजनीति में आने की मांग फिर से जोर पकड़ रही है। जेडीयू के कई नेता चाहते हैं कि निशांत सक्रिय राजनीति में कदम रखें। उनका मानना है कि निशांत की शिक्षा और योग्यता उन्हें पार्टी की बागडोर संभालने के लिए सक्षम बनाती है। इसी मांग को लेकर जेडीयू कार्यकर्ताओं ने भूख हड़ताल शुरू की है।
जानकारी के अनुसार, जनता दल (यूनाइटेड) के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने निशांत कुमार के सक्रिय राजनीति में आने की मांग को लेकर 12 घंटे की भूख हड़ताल की। यह भूख हड़ताल पटना के गर्दनीबाग में आयोजित की गई, जहां कार्यकर्ता रविवार (29 दिसंबर) सुबह से इकट्ठा होकर नारेबाजी करते रहे।
निशांत कुमार को राजनीति में लाने की मांग
भूख हड़ताल पर बैठे कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे किसी भी स्थिति में निशांत कुमार को राजनीति में देखना चाहते हैं। उनका मानना है कि निशांत की छवि साफ है और उनकी शिक्षा उन्हें पार्टी को नई दिशा देने में मदद करेगी। नेताओं का कहना है कि निशांत के नेतृत्व में जेडीयू की स्थिति मजबूत होगी और वे भविष्य में बिहार की कमान भी संभाल सकते हैं।
‘भविष्य की जिम्मेदारी नई पीढ़ी को सौंपी जानी चाहिए’
कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी के जमीनी स्तर पर यह भावना रही है कि भविष्य की जिम्मेदारी नई पीढ़ी को सौंपी जानी चाहिए और निशांत कुमार इसके लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
कार्यकर्ताओं ने दी चेतावनी
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगला चरण 24 घंटे की भूख हड़ताल का होगा, जिसे पटना के जेपी गोलंबर पर जेपी प्रतिमा के नीचे किया जाएगा। कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन शांतिपूर्ण रहेगा, लेकिन वे अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे। उनका कहना है कि पार्टी कार्यकर्ता पूरी तरह एकजुट हैं और निशांत कुमार को राजनीति में लाने की मांग को लेकर संघर्ष जारी रहेगा।
सीएम नीतीश से की अपील
भूख हड़ताल पर बैठे जेडीयू कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अभिभावक मानते हुए उनसे अपील की है। उनका कहना है कि पार्टी और बिहार के भविष्य को देखते हुए निशांत कुमार को राजनीति में आने की अनुमति दी जानी चाहिए। कार्यकर्ताओं का मानना है कि यदि निशांत नेतृत्व संभालते हैं, तो जेडीयू कार्यकर्ता पूरी मजबूती से उनके साथ खड़े रहेंगे और संगठन को नई ऊर्जा मिलेगी।
