बिहार में तेजस्वी और तेज प्रताप के बीच चुनावी टकराव

बिहार की महुआ और राघोपुर सीट पर तेजस्वी यादव और तेज प्रताप के बीच चुनावी टकराव ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। दोनों भाई अब आमने-सामने हैं, जहां तेजस्वी ने महुआ में वोट मांगने के लिए हेलीकॉप्टर उतारा, वहीं तेज प्रताप ने राघोपुर में दो हेलीकॉप्टर उतारने की योजना बनाई है। इस चुनाव में दोनों भाई एक-दूसरे के प्रतिकूल हैं, जो अपने-अपने राजनीतिक भविष्य के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जानें इस दिलचस्प राजनीतिक कहानी के बारे में।
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बिहार में तेजस्वी और तेज प्रताप के बीच चुनावी टकराव

बिहार की महुआ और राघोपुर सीट पर भाई-भाई का मुकाबला

बिहार में तेजस्वी और तेज प्रताप के बीच चुनावी टकराव

तेजस्वी यादव और तेज प्रताप

बिहार की प्रमुख सीट महुआ और राघोपुर अब लालू यादव के दोनों बेटों के बीच चुनावी संघर्ष का केंद्र बन गई है। तेजस्वी यादव ने महुआ में एक हेलीकॉप्टर उतारकर अपने बड़े भाई तेज प्रताप के खिलाफ वोट मांगा, जबकि तेज प्रताप ने राघोपुर में दो हेलीकॉप्टर उतारने की योजना बनाई है।

सोमवार को तेजस्वी का हेलीकॉप्टर महुआ में उतरा, जहां उन्होंने तेज प्रताप के खिलाफ वोट की अपील की। इसके जवाब में, तेज प्रताप ने भी राघोपुर में अपने अभियान को तेज करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उनके हेलीकॉप्टर राघोपुर में दो स्थानों पर उतरेंगे।

चुनाव में दोनों भाई एक-दूसरे के प्रतिकूल

लालू यादव के दोनों बेटे इस चुनाव में प्रतिकूल स्थिति में हैं। तेज प्रताप, जो आरजेडी से निकाले जाने के बाद अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार हैं, महुआ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरी ओर, तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। तेजस्वी ने महुआ में कहा कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता।

इस पर तेज प्रताप ने पलटवार करते हुए कहा कि जनता ही असली मालिक है, न कि कोई पार्टी या परिवार। लोकतंत्र में जनता की आवाज सबसे महत्वपूर्ण होती है।

महुआ को बताया अपनी कर्मभूमि

तेज प्रताप ने महुआ को अपनी राजनीतिक कर्मभूमि बताते हुए कहा कि यह उनके लिए परिवार और पार्टी से भी अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि तेजस्वी ने महुआ में एक हेलीकॉप्टर उतारा है, जबकि वह राघोपुर में दो हेलीकॉप्टर उतारेंगे।

पारिवारिक विवाद के चलते तेज प्रताप को पार्टी से निकाला गया

कुछ समय पहले तेज प्रताप के सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुआ था, जिसमें उनके और अनुष्का यादव के रिश्ते का दावा किया गया था। इस विवाद के चलते लालू यादव ने तेज प्रताप को आरजेडी से छह साल के लिए निकाल दिया और परिवार से भी बेदखल कर दिया। इसके बाद, तेज प्रताप ने अपनी पार्टी बनाई और महुआ से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।