बिहार में ट्रेन से गिरे युवक की मदद के बजाय वीडियो बनाते रहे लोग

बिहार में एक युवक, जो चलती ट्रेन से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया, मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन लोग उसकी मदद करने के बजाय उसका वीडियो बनाते रहे। यह दुखद घटना गया जिले में हुई, जहां युवक ने पांच घंटे तक तड़पते हुए बिताए और अंततः उसकी मृत्यु हो गई। अमन कुमार नामक इस युवक की कहानी ने समाज में मदद की कमी और मानवता की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। जानें इस घटना के बारे में और क्या हुआ जब पुलिस मौके पर पहुंची।
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बिहार में ट्रेन से गिरे युवक की मदद के बजाय वीडियो बनाते रहे लोग

दुखद घटना में मदद की कमी

बिहार में ट्रेन से गिरे युवक की मदद के बजाय वीडियो बनाते रहे लोग


बिहार में एक युवक, जो चलती ट्रेन से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया, मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन लोग उसकी मदद करने के बजाय उसका वीडियो बनाते रहे। यदि उसे समय पर चिकित्सा मिल जाती, तो शायद उसकी जान बच सकती थी।


यह घटना गया जिले के गुरपा-पहाड़पुर स्टेशन के पास चारका पत्थर गांव में हुई। युवक ने पांच घंटे तक पटरी के किनारे तड़पते हुए बिताए और अंततः उसकी मृत्यु हो गई।


युवक की पहचान और दुर्घटना का विवरण

मृतक युवक का नाम अमन कुमार है, जो धनबाद का निवासी था। वह गुरुवार रात धनबाद-पटना एक्सप्रेस से यात्रा कर रहा था, जब वह अचानक चलती ट्रेन से गिर गया। उसके शरीर पर गंभीर चोटें थीं, लेकिन वह जीवित था। घायल अवस्था में, वह रेलवे ट्रैक से हटकर किनारे तक पहुंचने की कोशिश करता रहा, लेकिन रात के अंधेरे में उसकी आवाज सुनने वाला कोई नहीं था।


वीडियो बनाने वाले लोग और अमन की अंतिम क्षण

अमन रातभर तड़पता रहा, और सुबह कुछ युवक वहां पहुंचे। उन्होंने अमन को घायल अवस्था में देखा, जो मदद की गुहार लगा रहा था। लेकिन उन्होंने उसे अस्पताल पहुंचाने के बजाय अपने मोबाइल से उसकी तस्वीरें और वीडियो बनाना शुरू कर दिया। अंततः, तड़पते हुए अमन ने दम तोड़ दिया।


परिजनों की प्रतिक्रिया और पुलिस की कार्रवाई

सूचना मिलने पर फतेहपुर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। परिजनों ने बताया कि अमन पटना जाने के लिए घर से निकला था। ग्रामीणों का कहना है कि यदि उसे समय पर चिकित्सा मिल जाती, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।