बिहार में जीविका दीदियों की पर्यावरण संरक्षण मुहिम
बिहार में जीविका दीदियों ने सामाजिक बदलाव के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने शराबबंदी और दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता फैलाने के साथ-साथ करोड़ों पौधे लगाकर हरित बिहार के लिए प्रयास किए हैं। जानें कैसे ये महिलाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बना रही हैं और पर्यावरण की रक्षा कर रही हैं।
Aug 28, 2025, 19:55 IST
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जीविका दीदियों की नई पहल
बिहार में सामाजिक बदलाव की प्रेरक जीविका दीदियों ने शराबबंदी, दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता फैलाने का कार्य किया है। अब, ये महिलाएं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सक्रिय हो गई हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 2019 में शुरू किया गया जल-जीवन-हरियाली अभियान अब राज्य में एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। इस अभियान को सफल बनाने में जीविका दीदियों ने हरित जीविका-हरित बिहार कार्यक्रम के तहत करोड़ों पौधे लगाकर पर्यावरण की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
पौधारोपण की अद्भुत उपलब्धि
चार करोड़ से अधिक पौधे लगाए गए
राज्य के 11 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 1.4 करोड़ दीदियों ने अब तक चार करोड़ से ज्यादा पौधे रोपे हैं। पौधों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए दीदियों ने नर्सरी स्थापित की है। ये नर्सरियां ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
नर्सरी की संख्या में वृद्धि
987 दीदी की नर्सरी संचालित
जीविका, मनरेगा और वन एवं पर्यावरण विभाग के सहयोग से राज्य में 987 दीदी की नर्सरियां स्थापित की गई हैं। इनमें से 677 नर्सरियां जीविका और मनरेगा की साझेदारी से और 310 नर्सरियां वन विभाग के सहयोग से चल रही हैं। 2019-20 में इनकी संख्या केवल 350 थी, जो अब लगभग तीन गुना बढ़ गई है।
आर्थिक लाभ और पौधों की उपलब्धता
लाखों पौधों की आपूर्ति और करोड़ों की आय
दीदी की नर्सरी से औसतन 20 हजार पौधे विभिन्न प्रजातियों के उपलब्ध कराए जाते हैं। हर साल जून से अक्टूबर के बीच बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जाता है। वर्तमान में नर्सरियों में 68 लाख 80 हजार पौधे तीन फीट से अधिक ऊंचाई वाले और 1 करोड़ 19 लाख 48 हजार पौधे तीन फीट से कम ऊंचाई वाले उपलब्ध हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 95.32 लाख पौधों की बिक्री से 18.27 करोड़ रुपये की आय हुई है। अब तक कुल 67 करोड़ रुपये की आमदनी नर्सरी संचालक दीदियों को हुई है।
भविष्य की योजनाएं
97 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
वित्तीय वर्ष 2024-25 में हरित जीविका-हरित बिहार अभियान के तहत 82 लाख पौधे लगाए गए। वहीं, 2025-26 के लिए जीविका दीदियों ने 97 लाख पौधों का लक्ष्य रखा है। जून से चल रहे अभियान में अब तक 23 लाख से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। जीविका दीदियों के प्रयासों से न केवल बिहार का पर्यावरण सुधर रहा है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं की आजीविका भी मजबूत हो रही है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के साथ, बिहार की महिलाएं पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।