बिहार में जन्म प्रमाण पत्र के लिए रिश्वत मांगने का मामला

बिहार के कटिहार जिले में एक महिला से उसके बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए आशा कार्यकर्ता ने 1200 रुपये की रिश्वत मांगी। यह मामला चार साल पहले के प्रसव से जुड़ा है, जब महिला ने आशा कार्यकर्ता की देखरेख में बच्चे को जन्म दिया था। महिला ने लगातार प्रयास किए, लेकिन आशा कार्यकर्ता पैसे मांगती रही। यह मामला बिहार में रिश्वत मांगने के पहले के मामलों की कड़ी में एक और उदाहरण है।
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बिहार में जन्म प्रमाण पत्र के लिए रिश्वत मांगने का मामला

बिहार में रिश्वत मांगने का मामला

बिहार में जन्म प्रमाण पत्र के लिए रिश्वत मांगने का मामला


बिहार के कटिहार जिले के फलका प्रखंड के धनेठा गांव में एक महिला से उसके बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए आशा कार्यकर्ता द्वारा रिश्वत मांगे जाने का मामला सामने आया है। आशा कार्यकर्ता का नाम पूनम देवी है, जिसने महिला से 1200 रुपये की मांग की।


महिला ने बताया कि वह पिछले चार वर्षों से अपने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की कोशिश कर रही है। पूनम देवी ने स्पष्ट रूप से कहा कि सभी को ऊपर से नीचे तक पैसे देने पड़ते हैं, तभी उसका बच्चा का प्रमाण पत्र बन सकता है।


महिला का प्रसव चार साल पहले हुआ था


चार साल पहले, महिला ने पूनम देवी की देखरेख में प्रसव कराया था, लेकिन उस समय जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनवाया गया। तब से महिला लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन आशा कार्यकर्ता पैसे मांगती रही हैं और काम को टालती रही हैं।


पैसे मांगने के मामले पहले भी आए हैं


यह पहली बार नहीं है जब बिहार में आशा कार्यकर्ताओं पर जन्म प्रमाण पत्र के लिए पैसे मांगने का आरोप लगा है। इससे पहले भी बांका जिले के चकमथुरा गांव में इसी तरह के मामले सामने आए थे।


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