बिहार में चुनाव से पहले नीतीश कुमार का बड़ा ऐलान: कर्मचारियों की सैलरी दोगुनी

बिहार में चुनावी गतिविधियाँ तेज हो गई हैं, और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकारी स्कूलों के कर्मचारियों की सैलरी दोगुनी करने का ऐलान किया है। यह निर्णय विधानसभा चुनावों से पहले लिया गया है, जिससे कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने की उम्मीद है। नीतीश कुमार ने शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए किए गए प्रयासों का भी जिक्र किया है, जिसमें बजट में भारी वृद्धि शामिल है। इस कदम से राज्य में शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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बिहार में चुनाव से पहले नीतीश कुमार का बड़ा ऐलान: कर्मचारियों की सैलरी दोगुनी

बिहार में चुनावी तैयारी के बीच नीतीश कुमार का कदम

बिहार में चुनावी गतिविधियाँ तेज हो गई हैं, और सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जो हाल के दिनों में सुर्खियों से दूर थे, अब बड़े फैसले ले रहे हैं। उन्होंने हाल ही में आशा और ममता कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई थी, और अब सरकारी स्कूलों में काम करने वाले रसोइयों, रात्रि प्रहरियों और शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों की सैलरी को दोगुना करने का ऐलान किया है। यह सब चुनावों से पहले किया जा रहा है।


सैलरी में वृद्धि का विवरण

नीतीश कुमार की सरकार ने शुक्रवार को सरकारी स्कूलों में कार्यरत रसोइयों, रात्रि प्रहरियों और शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों के मानदेय को दोगुना कर दिया। यह घोषणा विधानसभा चुनावों से कुछ महीने पहले की गई है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर कहा कि इन कर्मचारियों ने शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, इसलिए उनके मानदेय में वृद्धि की गई है।


अब मध्याह्न भोजन कार्यक्रम में कार्यरत रसोइयों को 1,650 रुपये के बजाय 3,300 रुपये प्रति माह मिलेंगे। रात्रि प्रहरियों का मानदेय बढ़ाकर 10,000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है। वहीं, शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों का मानदेय 16,000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है, और उनकी वार्षिक वेतन वृद्धि 200 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये कर दी गई है।


शिक्षा प्रणाली में सुधार की दिशा में कदम

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कदम से कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा और वे अपने कार्यों को और अधिक उत्साह से करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि 2005 में उनकी सरकार बनने के बाद से शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।


उन्होंने कहा कि 2005 में शिक्षा का बजट 4,366 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 77,690 करोड़ रुपये हो गया है। शिक्षकों की नियुक्ति, नए स्कूल भवनों का निर्माण और बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं।


मुख्यमंत्री का ट्वीट