बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान कार्यकर्ता की हत्या, तेजस्वी यादव ने की निंदा
मोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान हिंसा
बिहार के मोकामा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प में जन सुराज पार्टी के एक कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने पुष्टि की है कि मृतक का नाम दुलारचंद यादव है, जो उस समय काफिले में शामिल थे। बाढ़-2 के अनुमंडल पुलिस अधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि यह गोलीबारी तब हुई जब दोनों दलों के काफिले एक-दूसरे के रास्ते में आ गए और विवाद उत्पन्न हो गया।
पुलिस की कार्रवाई और तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया
सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों दलों के काफिले आमने-सामने थे, तभी एक पक्ष ने दूसरे पर गोलीबारी की और उन्हें कुचलने का प्रयास किया। प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और उचित जांच की जाएगी। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने हत्या की कड़ी निंदा की और चुनाव के दौरान हिंसा को रोकने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय हिंसा की कोई आवश्यकता नहीं है।
तेजस्वी यादव का एनडीए सरकार पर हमला
बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए, यादव ने कहा कि मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या से यह स्पष्ट होता है कि बिहार में किस प्रकार के लोग सत्ता में हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की कि वे लोगों की हताशा को समझें। आचार संहिता के दौरान भी बंदूक लेकर घूमने वालों को प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है। तेजस्वी यादव ने कहा कि ये लोग हार से डरते हैं, लेकिन बिहार की जनता उन्हें उचित जवाब देगी।
लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं
यादव ने अपने एक पोस्ट में कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। विचारधारा और जनहित के मुद्दों पर लड़ाई लड़ी जानी चाहिए, न कि बमबारी और गोलीबारी से। उन्होंने मोकामा में एक सामाजिक कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या को लेकर चिंता व्यक्त की और कहा कि यह एनडीए के जंगल राज का परिणाम है, जहां सत्ता में बैठे लोग अपराधियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
