बिहार में करवा चौथ पर पति ने पत्नी को प्रेमी से कराया शादी

बिहार के भागलपुर में एक अनोखी घटना सामने आई है, जहां एक पति ने करवा चौथ पर अपनी पत्नी को उसके प्रेमी से शादी करने की अनुमति दी। यह कहानी एक फिल्मी सीन की तरह है, जिसमें पति ने पत्नी के प्रेम को स्वीकार किया और पंचायत के सामने उसका हाथ उसके प्रेमी के हाथ में सौंप दिया। जानें इस दिलचस्प प्रेम कहानी के बारे में और कैसे यह घटना चर्चा का विषय बन गई।
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पति-पत्नी के रिश्ते की अनोखी कहानी

पति-पत्नी का संबंध बेहद खास होता है, जिसे सात जन्मों का बंधन माना जाता है। हालांकि, कभी-कभी कुछ कारणों से वैवाहिक जीवन में कठिनाइयाँ उत्पन्न हो जाती हैं, जिससे दांपत्य जीवन में दरारें आ सकती हैं। हर कोई चाहता है कि उनका विवाहित जीवन सुखद हो। विवाह में स्थिरता इस बात पर निर्भर करती है कि दोनों साथी एक-दूसरे के प्रति कितने समर्पित हैं।


एक अनोखी घटना का खुलासा

कभी-कभी पति-पत्नी के बीच का तनाव कुछ समय बाद समाप्त हो जाता है, लेकिन कई बार समस्याएँ इतनी बढ़ जाती हैं कि रिश्ता टूटने के कगार पर पहुँच जाता है। हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें करवा चौथ के दिन पति ने अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी से करवा दी। यह घटना बिल्कुल फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम' की तरह है।


पति ने पत्नी को प्रेमी के साथ शादी करने की दी अनुमति

जब लोगों को इस घटना के बारे में पता चला, तो उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि एक पति अपनी पत्नी का हाथ किसी और को कैसे सौंप सकता है, जिसे उसने खुद शादी के बंधन में बांधा था। यह घटना बिहार के भागलपुर में हुई है, और यह चर्चा का विषय बन गई है।


करवा चौथ का अनोखा उपहार

करवा चौथ पर महिलाएँ अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए पूजा करती हैं और उनके साथ खुशहाल जीवन की कामना करती हैं। इस दिन पत्नियाँ अपने पतियों से उपहार भी चाहती हैं। लेकिन किसी का पति करवा चौथ पर अपनी पत्नी को उसके प्रेमी को सौंप दे, यह तो केवल फिल्मों में ही देखा गया है।


भागलपुर की अनोखी प्रेम कहानी

यह कहानी भागलपुर के गनगनिया गांव की है, जहां श्रवण नामक युवक की शादी 2012 में पूजा से हुई थी। दोनों के चार बच्चे हैं। पूजा अक्सर अपने मायके जाती थी, और इसी दौरान उसका दिल पड़ोसी छोटू के लिए धड़कने लगा। पिछले पांच सालों से दोनों के बीच प्रेम संबंध चल रहा था।


पूजा और श्रवण की बातचीत

करवा चौथ से एक दिन पहले, पूजा ने श्रवण को बताया कि वह छोटू से प्यार करती है। श्रवण ने उसकी बात सुनी और नाराज नहीं हुआ। उसने पूजा के प्यार की कद्र की और पंचायत बुलाकर सबके सामने उसकी शादी छोटू से करवा दी। श्रवण ने कहा, 'जाओ तुम खुश रहो, मैं बच्चों की देखभाल कर लूंगा।' यह जानकर हैरानी होती है कि उनके चारों बच्चों की उम्र 2 से 8 साल के बीच है।