बिहार में आरजेडी ने 10 नेताओं को पार्टी से निकाला, चुनावी माहौल गरमाया

बिहार में विधानसभा चुनावों के चलते आरजेडी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए 10 नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया है। इनमें एक मौजूदा विधायक और दो पूर्व विधायक शामिल हैं, जो पार्टी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे थे। यह कदम पार्टी के भीतर बगावत को रोकने के लिए उठाया गया है। इससे पहले भी आरजेडी ने 27 नेताओं को निष्कासित किया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी किसी भी प्रकार की असहमति को बर्दाश्त नहीं करेगी। जानें इस कार्रवाई के पीछे की पूरी कहानी और इसके राजनीतिक प्रभाव।
 | 
बिहार में आरजेडी ने 10 नेताओं को पार्टी से निकाला, चुनावी माहौल गरमाया

आरजेडी की अनुशासनात्मक कार्रवाई

बिहार में आरजेडी ने 10 नेताओं को पार्टी से निकाला, चुनावी माहौल गरमाया

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव.

बिहार में विधानसभा चुनावों के चलते चुनाव प्रचार तेज हो गया है। इस बीच, पार्टी के भीतर बगावत करने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आरजेडी ने बुधवार (29 अक्टूबर) को अपने 10 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

इन निष्कासित नेताओं में एक विधायक भी शामिल हैं, जिन्होंने पार्टी द्वारा घोषित उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। आरजेडी के वर्तमान विधायक फतेह बहादुर सिंह, जो डेहरी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं।

निष्कासित नेताओं की सूची

आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने बताया कि निष्कासित नेताओं में एक मौजूदा विधायक और दो पूर्व विधायक शामिल हैं। इनमें फतेह बहादुर सिंह, पूर्व विधायक मो. गुलाम जिलानी वारसी (कांटी) और मो. रियाजुल हक राजू (गोपालगंज) शामिल हैं।

इसके अलावा, प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार (नालंदा), बिहार शरीफ से मो. सैयद नौसादुल नवी उर्फ पप्पू खां, पूर्णिया के प्रदेश महासचिव अमोद कुमार मंडल, सिंहेश्वर के सक्रिय सदस्य विरेंद्र कुमार शर्मा, मधेपुरा से ई. प्रणव प्रकाश, भोजपुर से महिला प्रकोष्ठ की महासचिव जिप्सा आनंद और भोजपुर के सक्रिय सदस्य राजीव रंजन उर्फ पिंकू भी शामिल हैं। इन सभी को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाया गया।

पार्टी की पूर्व कार्रवाई

इससे पहले, आरजेडी ने 27 नेताओं को पार्टी से बाहर निकाला था, जिसमें परसा से विधायक छोटेलाल राय भी शामिल थे। पार्टी ने 2 मौजूदा विधायकों और 5 पूर्व विधायकों को निष्कासित किया था। यह कार्रवाई दर्शाती है कि आरजेडी पार्टी विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी। जेडीयू ने भी इसी तरह की कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री सहित 11 नेताओं को बाहर निकाला था.