बिहार में अनंत सिंह के समर्थकों और गैंग के बीच गोलीबारी, मोनू सिंह गिरफ्तार

जनवरी 2025 में मोकामा के नौरंगा जलालपुर गांव में पूर्व विधायक अनंत सिंह के समर्थकों और सोनू-मोनू गैंग के बीच हुई गोलीबारी के मामले में मोनू सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसटीएफ ने उसे बरौनी जंक्शन पर कामाख्या एक्सप्रेस से उतरते ही पकड़ लिया। इस घटना के बाद अनंत सिंह को भी पटना हाईकोर्ट से जमानत मिली है। जानिए इस विवाद का पूरा विवरण और क्या है इसके पीछे की कहानी।
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बिहार में अनंत सिंह के समर्थकों और गैंग के बीच गोलीबारी, मोनू सिंह गिरफ्तार

मोकामा में गोलीबारी की घटना

बिहार में अनंत सिंह के समर्थकों और गैंग के बीच गोलीबारी, मोनू सिंह गिरफ्तार


जनवरी 2025 में, मोकामा के नौरंगा जलालपुर गांव में पूर्व विधायक अनंत सिंह के समर्थकों और सोनू-मोनू गैंग के बीच एक गंभीर गोलीबारी हुई। इस मामले में फरार मोनू सिंह को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे शुक्रवार रात बरौनी जंक्शन पर कामाख्या एक्सप्रेस से उतरते ही पकड़ा गया। फायरिंग की घटना के बाद से वह लगातार फरार था।


गिरफ्तारी की प्रक्रिया

एसटीएफ मोनू सिंह की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयासरत थी। जब उन्हें जानकारी मिली कि मोनू बरौनी आ रहा है, तो उन्होंने पहले से ही योजना बना ली थी। जैसे ही मोनू बरौनी जंक्शन पर पहुंचा, एसटीएफ ने उसे तुरंत पकड़ लिया। मोनू सिंह पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।


अनंत सिंह को मिली जमानत

इस मामले में मोनू के भाई सोनू को पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन हाल ही में उसे जमानत मिल गई थी। अब मोनू की गिरफ्तारी के बाद, अनंत सिंह को भी पटना हाईकोर्ट से जमानत मिली है।


घटना का विवरण

जनवरी 2025 में, अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर सोनू-मोनू गैंग ने कई राउंड फायरिंग की थी। दोनों पक्षों से लगभग 50 से 60 राउंड गोलियां चलाई गईं। आरोप है कि सोनू-मोनू ने गांव के एक परिवार को घर से निकालकर ताला जड़ दिया था, जिससे यह विवाद उत्पन्न हुआ। अनंत सिंह ने मामले को सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन इसी दौरान गोलीबारी की घटना घटित हुई।