बिहार में 23 किमी सड़क चौड़ीकरण परियोजना से बढ़ेगी कनेक्टिविटी

बिहार के समस्तीपुर और दरभंगा जिलों के लिए एक नई सड़क चौड़ीकरण परियोजना की घोषणा की गई है, जिसमें ₹225.66 करोड़ का निवेश किया जाएगा। यह परियोजना न केवल इन जिलों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी, बल्कि स्थानीय विकास को भी प्रोत्साहित करेगी। सड़क चौड़ीकरण से यात्रा का समय कम होगा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। जानें इस परियोजना के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
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बिहार में 23 किमी सड़क चौड़ीकरण परियोजना से बढ़ेगी कनेक्टिविटी

बिहार के समस्तीपुर और दरभंगा में सड़क चौड़ीकरण

बिहार में 23 किमी सड़क चौड़ीकरण परियोजना से बढ़ेगी कनेक्टिविटी


बिहार के समस्तीपुर और दरभंगा जिलों के लिए एक महत्वपूर्ण विकास योजना सामने आई है। भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बासुदेवपुर (समस्तीपुर) से दिलाही (दरभंगा) तक राष्ट्रीय राजमार्ग-322 के 23.95 किलोमीटर लंबे खंड के चौड़ीकरण और मजबूतीकरण के लिए ₹225.66 करोड़ की मंजूरी दी है।


यह परियोजना इन दोनों जिलों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के साथ-साथ स्थानीय विकास को भी प्रोत्साहित करेगी।


क्षेत्रीय संपर्क में सुधार


इस सड़क परियोजना के माध्यम से समस्तीपुर और दरभंगा के बीच यात्रा अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित होगी। वर्तमान में, यह मार्ग अक्सर ट्रैफिक जाम और खराब स्थिति के कारण लोगों के लिए समस्या उत्पन्न करता है।


चौड़ी और बेहतर सड़क के निर्माण से यात्रा का समय कम होगा और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। यह मार्ग व्यवसाय, कृषि और सेवा क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।


पुलों और कल्वर्ट्स का नवीनीकरण


इस परियोजना के तहत पांच मौजूदा बड़े पुलों को संरक्षित रखा जाएगा, जबकि जटमालपुर में एक नया 150 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। इसके अलावा, तीन छोटे पुलों का पुनर्निर्माण किया जाएगा, जिनमें जटमालपुर (25 मी.), बिशुनपुर (60 मी.) और दिलाही (25 मी.) शामिल हैं। कुल 27 बॉक्स कल्वर्ट का निर्माण किया जाएगा, जिनमें से 19 मौजूदा और 8 नए होंगे। सभी कल्वर्ट 2×2 मीटर के आकार में होंगे, जिससे जल निकासी और टिकाऊ संरचना सुनिश्चित की जाएगी।


सुरक्षा और यातायात प्रबंधन पर ध्यान


यह परियोजना केवल सड़क चौड़ीकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के उन्नत उपाय भी शामिल हैं। बस लेन, क्रैश बैरियर, ट्रैफिक साइन, और शहरी जंक्शन सुधार के साथ-साथ 4.2 किलोमीटर का री-एलाइनमेंट भी किया जाएगा, जिससे तीखे मोड़ों और दुर्घटनाओं की संभावना को कम किया जा सके। यह री-एलाइनमेंट गोपालपुर, कल्याणपुर, जटमालपुर और बिशुनपुर चौक के पास किया जाएगा।


भूमि अधिग्रहण में नहीं होगी बाधा


इस परियोजना की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें न्यूनतम भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता होगी। केवल तीखे मोड़ वाले क्षेत्रों में भूमि अधिग्रहण होगा, जिससे स्थानीय लोगों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी और परियोजना समय पर पूरी हो सकेगी। सरकार का लक्ष्य है कि इसे 2027 तक पूरा कर लिया जाए, इसके बाद अगले पांच वर्षों तक इसके रखरखाव का कार्य किया जाएगा।


राजधानी से जुड़ाव को मिलेगा संबल


बिहार सरकार का प्रयास है कि राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों को चार घंटे में राजधानी पटना से जोड़ा जा सके। यह परियोजना इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। जब यह सड़क पूरी तरह तैयार हो जाएगी, तो समस्तीपुर और दरभंगा के लोग पटना तक तेज, सहज और सुरक्षित यात्रा कर सकेंगे।