बिहार चुनाव से पहले लालू यादव और परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप

दिल्ली की अदालत ने बिहार में चुनावों से पहले लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप तय किए हैं। लालू यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव और पत्नी राबड़ी देवी ने खुद को निर्दोष बताया है। तेजस्वी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि वे संघर्ष करते रहेंगे। यह मामला आईआरसीटीसी होटलों के टेंडर में कथित भ्रष्टाचार से जुड़ा है। जानें इस मामले का चुनावी राजनीति पर क्या असर पड़ेगा।
 | 
बिहार चुनाव से पहले लालू यादव और परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप

बिहार में चुनावी हलचल के बीच बड़ा मामला

बिहार में होने वाले महत्वपूर्ण चुनावों से कुछ हफ्ते पहले, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव, जो मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं, और उनकी पत्नी राबड़ी देवी को दिल्ली की एक अदालत ने भ्रष्टाचार के मामले में आरोपित किया है। परिवार के सभी सदस्य अपने आपको निर्दोष मानते हैं और मुकदमे का सामना करने का इरादा रखते हैं।


 


राउज़ एवेन्यू की अदालत ने आज लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं के तहत आरोप तय किए हैं। लालू यादव और तेजस्वी यादव ने खुद को निर्दोष बताया, जबकि राबड़ी देवी ने इस मामले को "गलत" करार दिया। तेजस्वी ने इस पर एक पोस्ट भी साझा की, जिसमें उन्होंने कहा कि जब तक बीजेपी सत्ता में है, वे संघर्ष करते रहेंगे।


 


तेजस्वी ने कहा कि एक महीने पहले गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें धमकी दी थी कि वे चुनाव लड़ने के लिए सक्षम नहीं रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे बिहारी हैं और बाहरी ताकतों से नहीं डरते। यह मामला लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते हुए रांची और पुरी में आईआरसीटीसी होटलों के टेंडर में कथित भ्रष्टाचार से जुड़ा है। विशेष न्यायाधीश (सीबीआई) ने आरोप तय किए हैं और सभी आरोपी अदालत में उपस्थित हुए।


 


अदालत ने धोखाधड़ी, षड्यंत्र और भ्रष्टाचार से संबंधित विभिन्न धाराओं के तहत आरोप तय किए हैं। सभी 14 आरोपियों पर आपराधिक षड्यंत्र का आरोप लगाया गया है। अदालत ने कहा कि आरोप तय करने के लिए पर्याप्त आधार हैं और विस्तृत आदेश जल्द ही जारी किया जाएगा। लालू प्रसाद यादव ने खुद को निर्दोष बताते हुए मुकदमे का सामना करने का आश्वासन दिया है।