बिहार चुनाव से पहले लालू-तेजस्वी को बड़ा झटका, अनिल सहनी BJP में शामिल

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अनिल सहनी ने आरजेडी छोड़कर भाजपा में शामिल होकर राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचा दी है। सहनी, जो पहले आरजेडी के स्टार प्रचारक थे, ने पार्टी नेतृत्व पर अति पिछड़ा वर्ग का अपमान करने का आरोप लगाया है। उनकी इस नई राजनीतिक दिशा ने चुनावी समीकरणों को प्रभावित किया है। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।
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बिहार चुनाव से पहले लालू-तेजस्वी को बड़ा झटका, अनिल सहनी BJP में शामिल

अनिल सहनी का भाजपा में शामिल होना

बिहार चुनाव से पहले लालू-तेजस्वी को बड़ा झटका, अनिल सहनी BJP में शामिल


पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को एक बड़ा झटका लगा है। मुजफ्फरपुर जिले की कुढ़नी विधानसभा सीट से विधायक रहे पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल सहनी ने बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने का निर्णय लिया। सहनी को इस चुनाव में आरजेडी द्वारा स्टार प्रचारक बनाया गया था, लेकिन उन्होंने आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल को अपना इस्तीफा भेजकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।


भाजपा के पटना स्थित मीडिया सेंटर में आयोजित एक समारोह में अनिल सहनी ने भाजपा की सदस्यता ली। इस अवसर पर पूर्व विधायक आशा देवी भी भाजपा में शामिल हुईं। पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।


अनिल सहनी की विधायकी जेल जाने के बाद समाप्त हो गई थी। कुढ़नी विधानसभा सीट पर आरजेडी के टिकट पर उन्होंने भाजपा के केदार प्रसाद गुप्ता को कड़ी टक्कर देकर जीत हासिल की थी। हालांकि, दिल्ली की अदालत ने उन्हें एलटीसी घोटाले में दो साल की सजा सुनाई, जिसके बाद उनकी विधायकी चली गई। कोर्ट ने उन्हें चुनाव लड़ने पर तीन साल के लिए रोक भी लगाई थी। इसके बाद खाली हुई कुढ़नी सीट पर 2022 में उपचुनाव हुए, जिसमें भाजपा के केदार प्रसाद ने जीत दर्ज की।


अनिल सहनी पहले जेडीयू में थे, जहां से उन्हें राज्यसभा भेजा गया था। राज्यसभा सांसद रहते हुए उन पर हवाई टिकट की अवैध बिक्री का आरोप लगा था, जिसके चलते सीबीआई ने एलटीसी घोटाले का मामला दर्ज किया।


रिपोर्टों के अनुसार, इस्तीफा देने के बाद सहनी ने आरजेडी के शीर्ष नेतृत्व पर अति पिछड़ा वर्ग का अपमान करने का आरोप लगाया। कहा जा रहा है कि सहनी अपने बेटे को कुढ़नी सीट से टिकट दिलवाना चाहते थे, लेकिन लालू-तेजस्वी ने इस बार बबलू कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, अनिल सहनी का नाम राजद के 40 स्टार प्रचारकों की सूची में भी शामिल था।