बिहार चुनाव में नीतीश कुमार की भूमिका पर RJD का सवाल

नीतीश कुमार पर RJD का हमला
बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी के साथ ही राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। लालू यादव की पार्टी, आरजेडी, ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बिहार दौरे का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल उठाए हैं। आरजेडी का कहना है कि पीएम मोदी ने दो दिन बिहार में बिताए, लेकिन नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के रूप में घोषित नहीं किया।
आरजेडी का दावा है कि यह पीएम मोदी द्वारा जदयू को एक बड़ा झटका है, जिससे नीतीश कुमार की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। पार्टी का मानना है कि बीजेपी नीतीश कुमार के चेहरे पर वोट तो लेगी, लेकिन अगर उनकी सरकार बनती है, तो नीतीश को किनारे कर दिया जाएगा।
जदयू ने तेजस्वी यादव का नाम लेकर आरजेडी के दावे का जवाब दिया। जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, “2025 से 2030, एक बार फिर से नीतीश। वो जिधर देखेंगे, उधर सत्ता चल पड़ेगी।” जदयू ने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने बिहार में कई बार दौरा किया, लेकिन तेजस्वी यादव को कभी सीएम चेहरा नहीं बनाया गया।
यह ध्यान देने योग्य है कि पीएम मोदी का यह दौरा ऑपरेशन सिंदूर के बाद बिहार में पहला चुनावी दौरा था। उन्होंने रोड शो किया और बीजेपी के नेताओं के साथ बैठक की। इसके बाद विक्रमगंज में एक जनसभा को भी संबोधित किया।
आरजेडी ने कहा कि पीएम मोदी के दौरे से जदयू को कई उम्मीदें थीं। आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “जदयू को उम्मीद थी कि पीएम मोदी नीतीश कुमार को एनडीए का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”
मृत्युंजय तिवारी ने यह भी कहा कि पटना में रोड शो के दौरान नीतीश कुमार उपस्थित नहीं थे और बीजेपी दफ्तर में भी उनका नाम नहीं लिया गया। बिक्रमगंज की रैली में पीएम मोदी और नीतीश कुमार मंच पर थे, लेकिन वहां भी नीतीश को मुख्यमंत्री के रूप में नहीं बताया गया।
आरजेडी ने यह भी कहा कि बीजेपी नीतीश कुमार की पार्टी को खत्म करना चाहती है, लेकिन जनता इस बार एनडीए को सत्ता में नहीं आने देगी। अब केवल तेजस्वी यादव की सरकार आएगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मार्च 2025 में बिहार दौरे के दौरान नीतीश कुमार का जिक्र किया था, लेकिन पीएम मोदी ने इस तरह की कोई घोषणा नहीं की, जिससे आरजेडी को नीतीश कुमार पर हमला करने का मौका मिला।