बिहार चुनाव में तेजस्वी यादव का बड़ा वादा: हर परिवार को सरकारी नौकरी

बिहार चुनाव में तेजस्वी यादव ने हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है, जो कि विपक्ष के लिए चुनौती बन गया है। प्रशांत किशोर और बीजेपी के नेताओं ने इस वादे पर सवाल उठाए हैं। तेजस्वी का दावा है कि उन्होंने पहले भी बड़ी संख्या में नौकरियां दी हैं। जानें इस वादे की सच्चाई और बिहार में सरकारी नौकरी की स्थिति के बारे में।
 | 
बिहार चुनाव में तेजस्वी यादव का बड़ा वादा: हर परिवार को सरकारी नौकरी

तेजस्वी यादव का चुनावी वादा

बिहार चुनाव में तेजस्वी यादव का बड़ा वादा: हर परिवार को सरकारी नौकरी

तेजस्वी यादव

बिहार में चुनावी माहौल गरम है और राजनीतिक दल जनता को आकर्षित करने के लिए बड़े वादे कर रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक बड़ा वादा किया है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है, तो हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इस घोषणा के बाद विपक्षी दल सक्रिय हो गए हैं। प्रशांत किशोर और बीजेपी के नेता इस पर सवाल उठा रहे हैं।

बिहार में 3.5 करोड़ परिवार हैं, जिसका मतलब है कि तेजस्वी को 3.5 करोड़ नौकरियां देने का वादा करना होगा। प्रशांत किशोर ने सवाल उठाया है कि जब बिहार में केवल 26 लाख सरकारी नौकरियां हैं, तो वह 3.5 करोड़ नौकरियां कैसे देंगे। 2020 के चुनाव में तेजस्वी ने 10 लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया था, इस बार उनका वादा 30 गुना बढ़ गया है। तेजस्वी का कहना है कि उन्होंने पिछले कार्यकाल में 17 महीने में 5 लाख लोगों को नौकरी दिलाई थी।

उन्होंने यह भी कहा कि पिछले विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने सरकारी नौकरियों का वादा किया था। उनके छोटे कार्यकाल में 5 लाख नौकरियां दी गईं। अगर उन्हें 5 साल का कार्यकाल मिलता, तो और भी अधिक संभव होता।

नौकरियों का मुद्दा

तेजस्वी ने 2020 के चुनावों में नौकरियों को एक प्रमुख मुद्दा बनाया था। जनवरी 2024 में नीतीश कुमार के महागठबंधन से एनडीए में शामिल होने के बाद भी यह मुद्दा चर्चा में रहा। अक्टूबर में नीतीश के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने 2.8 लाख सरकारी रिक्तियों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की, जिसे तेजस्वी का मुकाबला करने की कोशिश के रूप में देखा गया।

सरकारी नौकरियों की मांग अभी भी उच्च है। हाल ही में ब्लॉक स्तर पर शिक्षा विकास अधिकारियों के लिए 930 पदों के लिए 10 लाख से अधिक लोगों ने आवेदन किया। पिछले चार वर्षों में सरकारी स्कूल शिक्षकों के लिए तीन भर्ती परीक्षाओं में लगभग 20 लाख आवेदन प्राप्त हुए। नवंबर 2005 से नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद से राज्य सरकार ने लगभग 12 लाख सरकारी नौकरियां दी हैं।

शिक्षा और रोजगार की स्थिति

स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में अवसर हो सकते हैं, लेकिन इसके लिए विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। यदि 3.5 करोड़ लोगों को रोजगार देने की लागत को न भी गिनें, तो राज्य सरकार किस प्रकार की नौकरियां दे सकती है, खासकर जब राज्य की 7% से भी कम आबादी स्नातक है।

बिहार में रोजगार की स्थिति 4.92% है, जिसमें से केवल 1.57% लोगों के पास सरकारी नौकरी है। राज्य में कुल 46 सरकारी विभाग हैं।

  • प्रशासनिक क्षेत्र-10 विभाग
  • वित्त क्षेत्र-7 विभाग
  • मानव संसाधन क्षेत्र-3 विभाग
  • इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र-8 विभाग
  • कृषि सिंचाई क्षेत्र-10 विभाग
  • समाज कल्याण क्षेत्र-5 विभाग
  • कला संस्कृति क्षेत्र-3 विभाग