बिहार चुनाव: महागठबंधन में टिकट को लेकर उठे विवाद, पूर्व प्रत्याशियों का आक्रोश

बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन के भीतर टिकट को लेकर विवाद गहरा गया है। पूर्व प्रत्याशी मदन साह ने राबड़ी आवास के बाहर अपने कुर्ते को फाड़कर अपनी निराशा व्यक्त की, जबकि अन्य नेता भी टिकट वितरण को लेकर अपनी चिंताओं को साझा कर रहे हैं। कांग्रेस और RJD ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है, लेकिन सीट बंटवारे पर अभी भी स्पष्टता नहीं है। जानें इस राजनीतिक उठापटक के पीछे की पूरी कहानी।
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बिहार चुनाव: महागठबंधन में टिकट को लेकर उठे विवाद, पूर्व प्रत्याशियों का आक्रोश

महागठबंधन में टिकट की खींचतान

बिहार चुनाव: महागठबंधन में टिकट को लेकर उठे विवाद, पूर्व प्रत्याशियों का आक्रोश

नई दिल्ली/पटना। मदन साह, जो मधुबन विधानसभा सीट से RJD के उम्मीदवार बनना चाहते हैं, ने रविवार को राबड़ी आवास के बाहर अपने कुर्ते को फाड़कर अपनी निराशा व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय यादव ने उन्हें टिकट देने के लिए ₹2.70 करोड़ की मांग की थी, और जब यह राशि नहीं दी गई, तो टिकट किसी और को दे दिया गया।

बिहार चुनाव के पहले चरण की वोटिंग में अब केवल 19 दिन बचे हैं। 20 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है, लेकिन महागठबंधन में सीट बंटवारे पर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं आई है।

कांग्रेस ने पहले ही 53 उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिसमें पहली सूची में 48 और दूसरी सूची में 5 नाम शामिल हैं। RJD ने अपनी पहली आधिकारिक सूची जारी की है, जिसमें 52 उम्मीदवारों के नाम हैं।

तेजस्वी यादव राघोपुर में बीजेपी के सतीश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे, जिन्होंने 2010 में राबड़ी देवी को हराया था। सूची में 22 यादव, 3 मुस्लिम और भूमिहार-ब्राह्मण समुदाय से 3 उम्मीदवार शामिल हैं।

NDA ने अपनी सीट बंटवारे की प्रक्रिया पूरी कर ली है और सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। हालांकि, मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर चर्चा जारी है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि उनका गठबंधन 5 दलों का है और विधायक खुद अपना नेता चुनेंगे।

गृह मंत्री अमित शाह ने 17 अक्टूबर को कहा था कि नीतीश कुमार पर न केवल BJP, बल्कि बिहार की जनता का भी विश्वास है। NDA की जीत के बाद मुख्यमंत्री का चयन विधायक दल करेगा।

संजीव श्याम, जो हाल ही में जन सुराज में शामिल हुए हैं, ने कहा कि उन्होंने जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी की स्थिति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि नीतीश कुमार की खराब सेहत का फायदा उठाकर कुछ लोग पार्टी को गलत दिशा में ले जा रहे हैं।

पप्पू यादव ने कांग्रेस को सलाह दी है कि उन्हें अच्छे उम्मीदवारों को टिकट देना चाहिए, विशेषकर अति पिछड़ी जातियों और दलितों को। उन्होंने कहा कि बाहुबली या माफिया को टिकट नहीं मिलना चाहिए।

गिरिराज सिंह ने लालू यादव पर तंज कसते हुए कहा कि अगर उन्होंने गेट खोला, तो लोग उनका कुर्ता फाड़ देंगे।

पप्पू यादव ने लालू यादव को गठबंधन धर्म निभाने की सलाह दी है, यह कहते हुए कि कांग्रेस ने कभी भी गठबंधन की सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं दिया।

राबड़ी आवास के बाहर ऊषा देवी ने भी अपनी निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि लालू यादव ने 2020 में उन्हें टिकट देने का आश्वासन दिया था, लेकिन दबाव के कारण उनका टिकट काट दिया गया।