बिहार चुनाव परिणाम: आरजेडी की हार पर तेजस्वी यादव का पहला बयान
आरजेडी की प्रतिक्रिया
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने शानदार सफलता प्राप्त की है, जबकि इंडिया महागठबंधन को चुनाव परिणामों में बड़ा झटका लगा है। एनडीए ने 202 सीटों पर जीत हासिल की और राज्य की सत्ता में वापसी की, जबकि महागठबंधन केवल 35 सीटों पर सिमट गया। इस हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की पहली प्रतिक्रिया आई है।
पार्टी ने कहा है कि सत्तारूढ़ राजग के हाथों मिली हार के बावजूद वे निराश नहीं हैं। आरजेडी ने चुनाव परिणामों को सार्वजनिक जीवन के उतार-चढ़ाव का हिस्सा मानते हुए कहा है कि वे गरीबों की आवाज उठाते रहेंगे।
जनसेवा एक अनवरत प्रक्रिया है, एक अंतहीन यात्रा है!
इसमें उतार चढ़ाव आना तय है। हार में विषाद नहीं, जीत में अहंकार नहीं!
राष्ट्रीय जनता दल गरीबों की पार्टी है, गरीबों के बीच उनकी आवाज़ बुलंद करते रहेगी!@yadavtejashwi @laluprasadrjd— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 15, 2025
‘उतार-चढ़ाव तो आते ही रहते हैं…’
आरजेडी ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया है जिसमें कहा गया है कि ‘जनसेवा एक अनवरत प्रक्रिया है, एक अंतहीन यात्रा है। इसमें उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। हार में कोई गम नहीं, जीत में कोई अहंकार नहीं! राष्ट्रीय जनता दल गरीबों की पार्टी है, गरीबों के बीच उनकी आवाज उठाती रहेगी’.
एनडीए का शानदार प्रदर्शन
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए और इंडिया महागठबंधन के बीच मुकाबला काफी तगड़ा माना जा रहा था, लेकिन परिणाम ने सभी को चौंका दिया। एनडीए ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करते हुए एकतरफा जीत हासिल की और राज्य की सत्ता में वापसी की।
आरजेडी को नुकसान
आरजेडी, जो महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी थी, उसकी सीटें 75 से घटकर केवल 25 रह गईं। यह पार्टी का 2010 के बाद का सबसे खराब प्रदर्शन है। यह नुकसान तब हुआ जब पूरा गठबंधन तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाकर एकजुट हुआ था। महागठबंधन के वोट शेयर और सीटों की संख्या में भारी गिरावट आई, जो 40 सीटों के आंकड़े से नीचे रही और सरकार बनाने से बहुत दूर रही।
बीजेपी का प्रदर्शन
इसके विपरीत, बीजेपी एनडीए में सबसे मजबूत पार्टी बनकर उभरी, जिसने 89 सीटों पर जीत हासिल की। यह बिहार में बीजेपी की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। नीतीश कुमार की जेडीयू ने 85 सीटें जीतीं, जबकि चिराग पासवान की एलजेपी ने 29 सीटों पर चुनाव लड़कर 19 सीटें जीतीं। जीतन राम मांझी की पार्टी HAM ने 5 सीटें जीतीं और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने 4 सीटें हासिल कीं.
