बिहार चुनाव: NDA की बैठक में सीट बंटवारे पर चर्चा जल्द

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी

केंद्रीय मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा
बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में, सत्ताधारी पार्टी बीजेपी अगले 2 से 3 दिनों में सीट बंटवारे पर अपने सहयोगियों के साथ चर्चा करने की योजना बना रही है। इस संबंध में, दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जा सकती है, जिसमें बीजेपी, जेडीयू, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
सूत्रों के अनुसार, सीटों के बंटवारे के बाद ही यह तय होगा कि कौन सी पार्टी किस सीट से चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा, बीजेपी ने अपनी चुनावी तैयारियों को भी तेज कर दिया है। पटना में बीजेपी की प्रदेश चुनाव समिति की बैठक 4 और 5 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी।
पटना की बैठक में शामिल होने वाले नेता
इस बैठक में बीजेपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य और सीआर पाटिल उपस्थित रहेंगे। प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी इस बैठक में भाग लेंगे। चुनाव समिति की बैठक में बीजेपी अपनी सीटों और उम्मीदवारों पर चर्चा करेगी।
पटना की बैठक के बाद, दिल्ली में बिहार बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक होने की संभावना है। इसके बाद, पीएम मोदी, अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य सदस्यों की उपस्थिति में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
चुनाव आयोग आने वाले दिनों में बिहार में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। बीजेपी की कोशिश है कि चुनाव की घोषणा से पहले सीटों की स्थिति स्पष्ट हो जाए, ताकि सहयोगी दलों के सामने चुनाव प्रचार में कोई असमंजस न रहे। एक बार स्थिति स्पष्ट हो जाने पर सभी राजनीतिक दल पूरी ताकत से प्रचार में जुट जाएंगे।
चिराग पासवान और जीतन राम मांझी की मांगें
हालांकि, सीटों का बंटवारा आसान नहीं होगा। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने कई सहयोगी दलों को मनाने में सफलता पाई थी, लेकिन इस बार सीटों के बंटवारे में क्या समीकरण बनते हैं, यह देखना होगा। चिराग पासवान और जीतन राम मांझी अधिक से अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं।
ओम प्रकाश राजभर की सीटों की मांग
इसके अलावा, यूपी की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी इस बार बिहार चुनाव में भाग लेने की तैयारी कर रही है। पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर ने कई कार्यक्रमों में कहा है कि उनकी पार्टी इस बार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाएगी। अब यह देखना है कि बीजेपी अपने सहयोगी दलों के नेताओं को कैसे संभालती है और साथ चलने के लिए कौन सा फॉर्मूला अपनाती है।