बिहार चुनाव 2025: एनडीए में सीट बंटवारे की तैयारी, मांझी को मिल सकती हैं 7 सीटें

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एनडीए में सीट बंटवारे की चर्चा तेज हो गई है। जीतन राम मांझी की पार्टी को 7 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि चिराग पासवान भी अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं। अगले एक या दो दिनों में सीट बंटवारे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस बीच, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एनडीए में किसी भी नाराजगी से इनकार किया है। जानें इस महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में और अधिक जानकारी।
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बिहार चुनाव 2025: एनडीए में सीट बंटवारे की तैयारी, मांझी को मिल सकती हैं 7 सीटें

एनडीए में सीट बंटवारे पर चर्चा जारी

बिहार चुनाव 2025: एनडीए में सीट बंटवारे की तैयारी, मांझी को मिल सकती हैं 7 सीटें

क्या मांझी और चिराग एनडीए के सीट बंटवारे के फॉर्मूले को स्वीकार करेंगे?


बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद एनडीए में सीट बंटवारे पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका है। हालांकि, इस मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श जारी है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) अधिक सीटों की मांग कर रही है, जबकि जीतन राम मांझी की पार्टी भी 10 से अधिक सीटों की मांग कर रही है। इस संदर्भ में आज और कल का दिन एनडीए के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों के अनुसार, सीटों के बंटवारे पर अंतिम बातचीत चल रही है।


गठबंधन से जुड़े सूत्रों के अनुसार, अगले एक या दो दिनों में एनडीए में सीटों पर अंतिम बातचीत की जाएगी। बीजेपी ने सहयोगी दलों के नेताओं को पटना में रहने के लिए कहा है। बीजेपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान जल्द ही पटना पहुंचने वाले हैं। पार्टी के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े भी पटना में मौजूद रहेंगे।


पटना में होगा सीट बंटवारे का ऐलान

सहयोगी दलों के नेताओं में जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा पटना में हैं। हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन भी पटना में मौजूद हैं। RLM के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा आज शाम तक पटना पहुंचने की संभावना है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और चुनाव प्रभारी अरुण भारती भी बिहार में हैं। दोनों के खगड़िया में कार्यक्रम खत्म करने के बाद आज शाम पटना पहुंचने की उम्मीद है। राजधानी पटना में ही सीट बंटवारे का ऐलान किया जाएगा।


मांझी की पार्टी को मिल सकती हैं 7 सीटें

चिराग पासवान की तरह, जीतन राम मांझी भी अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं। हालांकि, कयास लगाए जा रहे हैं कि उनकी HAM (सेकुलर) पार्टी को कम से कम 7 सीटें मिल सकती हैं। ये वही सीटें हैं जहां से पिछली बार उन्होंने चुनाव लड़ा था। 7 में से 4 सीटों पर HAM को जीत मिली थी जबकि 3 पर हार का सामना करना पड़ा था।


मांझी की HAM पार्टी को 2020 के चुनाव में जिन 4 सीटों (टेकारी, सिकंदरा, इमामगंज और बाराचट्टी) पर जीत मिली थी, उन्हें फिर से ये सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा, जिन 3 सीटों (कुटुंबा, मखदुमपुर और कसबा) में हार हुई थी, वे भी उनके खाते में आ सकती हैं। मांझी ने ये सात सीटें मांगी हैं और गया जिले की 2 और सीटें (अतरी और शेरघाटी) भी मांग रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, इनमें से कोई एक सीट मांझी की पार्टी को मिल सकती है।


मांझी का बयान: कोई विवाद नहीं

सीट बंटवारे को लेकर एनडीए में तनाव की बात से इनकार करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि सीटों को लेकर कोई विवाद नहीं है। वे चाहते हैं कि उन्हें इतनी सीटें मिलें कि विधानसभा में मान्यता प्राप्त हो सके। चाहे चुनाव लड़ें या नहीं, वे पार्टी के साथ बने रहेंगे।


गिरिराज सिंह का बयान: एनडीए में कोई नाराजगी नहीं

केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार एनडीए के नेतृत्व का चेहरा हैं और रहेंगे। जल्द ही सीट बंटवारे की जानकारी सामने आएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि तेजस्वी यादव आरजेडी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे होंगे, लेकिन महागठबंधन में नेतृत्व तय नहीं है। जबकि एनडीए में नेतृत्व, नियत और नीति सभी स्पष्ट हैं। सभी चीजों की घोषणा जल्द की जाएगी।


चिराग पासवान और जीतन राम मांझी की नाराजगी के सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि हमारे गठबंधन में कोई भी नाराज नहीं है।