बिहार के मंत्री अशोक चौधरी का बड़ा बयान: कांग्रेस में असहमति और तेजस्वी यादव पर टिप्पणी
बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने कांग्रेस में अपने अनुभव साझा करते हुए असहमति जताई और तेजस्वी यादव पर टिप्पणी की। उन्होंने प्रशांत किशोर के खिलाफ मानहानि का मामला भी उठाया। जानें उनके बयानों के पीछे की कहानी और राजनीति में उनके दृष्टिकोण के बारे में।
Jul 1, 2025, 20:07 IST
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अशोक चौधरी का बयान
बिहार के मंत्री और जदयू के प्रमुख नेता अशोक चौधरी ने आज एक महत्वपूर्ण बयान दिया। कांग्रेस छोड़कर जदयू में शामिल हुए चौधरी ने बताया कि उन्होंने 4.5 साल तक बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नेतृत्व किया। उन्होंने सोनिया गांधी के सामने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक लालू प्रसाद यादव के साथ गठबंधन नहीं होगा, तब तक पार्टी की प्रगति संभव नहीं है। उन्होंने इस पर असहमति भी जताई। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि वे केंद्र में सत्ता में बने रहना चाहते थे और क्षेत्रीय नेताओं के साथ समझौता करना चाहते थे। चौधरी ने राहुल गांधी से भी मुलाकात की।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर टिप्पणी
जब लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बारे में पूछा गया, तो अशोक चौधरी ने कहा कि उन्होंने उनके साथ काम किया है और उन्हें एक अच्छे इंसान के रूप में देखा है, लेकिन वे भारतीय राजनीति की गहराई को समझने में असमर्थ हैं। जाति जनगणना पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बयान पर चौधरी ने कहा, "क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तेजस्वी यादव की उपस्थिति में आएंगे? नीतीश कुमार राजनीति में तेजस्वी यादव की उम्र से अधिक समय से सक्रिय हैं।"
प्रशांत किशोर पर मानहानि का मामला
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने के संबंध में अशोक चौधरी ने कहा कि किशोर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन पर आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि इस देश में दलितों की जनसंख्या 20 प्रतिशत है, तो केवल शांभवी चौधरी और अशोक चौधरी को ही निशाना क्यों बनाया गया? उन्होंने शांभवी चौधरी पर आरोप लगाए, जिन्होंने दूसरे सबसे अधिक वोट प्राप्त किए। चौधरी ने कहा कि मतभेदों के कारण बिना सबूत के उनकी बेटी को निशाना बनाना गलत है। उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी होगी, और वह उन्हें नहीं छोड़ेंगे।